Vivah Muhurat 2023 : 15 जनवरी से बजेंगी शहनाइयां, जानिए- वर्ष 2023 में शादी के शुभ मुहूर्त

Vivah Muhurat 2023 : 15 जनवरी से बजेंगी शहनाइयां, जानिए- वर्ष 2023 में शादी के शुभ मुहूर्त
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ज्योतिष व वास्तु विशेषज्ञ डॉ. सुरेश मिश्रा के अनुसार इस साल कुल 84 विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। इनमें सात मुहूर्त जनवरी माह में, फरवरी में 8, मार्च में दो, मई में 15, जून में 11, जुलाई में 9, अगस्त में 4, सितंबर में 9, अक्तूबर में 6, नवंबर में 11 और दिसंबर में दो मुहूर्त हैं।

हरिभूमि न्यूज. कुरुक्षेत्र। इस साल विवाह समारोह और मांगलिक कार्यों के लिए 84 दिन शुभ बन रहे हैं। नूतन वर्ष में मांगलिक कार्य 15 जनवरी से शुरू होने जा रहे हैं। जनवरी में विवाह के लिए सात शुभ मुहूर्त हैं। कॉस्मिक एस्ट्रो के डायरेक्टर और श्री दुर्गा देवी मन्दिर पिपली (कुरुक्षेत्र) के अध्यक्ष ज्योतिष व वास्तु विशेषज्ञ डॉ. सुरेश मिश्रा के अनुसार इस साल कुल 84 विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। इनमें सात मुहूर्त जनवरी माह में, फरवरी में 8, मार्च में दो, मई में 15, जून में 11, जुलाई में 9, अगस्त में 4, सितंबर में 9, अक्तूबर में 6, नवंबर में 11 और दिसंबर में दो मुहूर्त हैं। इनके अलावा पांच विशेष मुहूर्त भी हैं। इनमें विवाह करना शुभ और कल्याणकारी रहेगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष में पांच स्वयं सिद्ध मुहूर्त होते हैं। इनमें फलेरा दौज, देवउठनी एकादशी, वसंत पंचमी, विजया दशमी और अक्षय तृतीया शामिल हैं।

इन पांच दिनों में मुुहूर्त न होते हुए भी शुभ कार्य व विवाह आदि किए जा सकते हैं। यह दिवस अपने आप में ही सिद्ध मुहूर्त हैं। डॉ. सुरेश मिश्रा ने बताया कि 31 मार्च 2023 गुरुवार को देवताओं के गुरु बृहस्पति अस्त हो रहे है और 1 मई 2023 को उदय होंगे। शुक्र 1 अगस्त 2023 से 18 अगस्त 2023 तक अस्त रहेगें। इस समय में विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं होगें।

विवाह के लिए शुभ मुहूर्त अति आवश्यक

विवाह के लिए शुभ मुहूर्त अति आवश्यक होता है जो कि जातक और जातिका के जन्म तिथि, जन्म स्थान, जन्म समय, लगन कुंडली, चन्द्र कुंडली और नवमांश कुंडली और दशा और अन्तर्दशा अनुसार ही ज्योतिष विशेषज्ञ अनुसार द्वारा ही निर्धारण किया जाता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार नाड़ी दोष में कभी भी भूलकर विवाह ना करें क्योंकि इसका कोई उपाय नहीं होता है अन्यथा वर वधू का कष्ट पूर्ण वैवाहिक जीवन ही होता है। वैदिक काल में राजा और समस्त प्रजा राज पुरोहित, ज्योतिष और विद्वानों की सारी व्यवस्था करती थी इसलिए शुल्क कहना ही नहीं पड़ता था। आधुनिक काल में इस व्यवस्था को साधारण मनुष्य भूल ही गए है। इसलिए सनातन धर्म और वैदिक संस्कृति को याद करवाया जाता है क्योंकि सनातन धर्म के प्रवर्तक भगवान शिव है। ज्योतिष ज्ञान को वेद का नेत्र कहा जाता है। ज्योतिष परामर्श श्रद्धा और विश्वास के साथ दक्षिणा देकर ही लेना चाहिए क्योंकि शास्त्रों में निशुल्क परामर्श पूछने और बताने वाले के लिए अरिष्टकारी ही होता है।

2023 में विवाह के शुभ मुहूर्त ये रहेंगे :

जनवरी : 15, 22,25,26,27,30,31

फरवरी : 6,7,9,10,15,16,22,23

मार्च : 8,9

मई : 3, 4,10,11,12,13,16,20,21,26,27,28,29,30,31

जून : 1, 3, 5, 6, 7, 8,11,12,13, 26,30

जुलाई : 1,2, 3, 4, 6, 9,10,13,14

अगस्त : 21, 26, 28, 29,

सितम्बर : 7,8, 20,21,22,23,24,25,26

अक्टूबर: 19,20,21,22,23,26

नवंबर :1,6,7,9,10,14,19,23,27,28,29

दिसंबर : 7, 8

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