मुख्यमंत्री परिवार उत्थान योजना के लाभार्थियों को सरकारी योजनाएं समझाएंगे स्वयंसेवक

मुख्यमंत्री परिवार उत्थान योजना के लाभार्थियों को सरकारी योजनाएं समझाएंगे स्वयंसेवक
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पोर्टल के माध्यम से जिले के नागरिकों का पंजीकरण किया जा रहा है। पोर्टल पर वालिंटियर अपनी विस्तृत जानकारी तथा इच्छा व उपलब्ध समयानुसार सेवा के कार्यक्षेत्र दर्ज कर सकते हैं। वालिंटियरों की ओर से उपलब्ध करवाईं गई जानकारी के आधार पर उनकी रूचि के अनुसार उनकी सेवाएं ली जाएंगी।

हरिभूमि न्यूज : नारनौल

मुख्यमंत्री की ओर से शुरू किए गए समर्पण पोर्टल पर जिले के समर्पित सेवक पंजीकरण करवाने लगे हैं। समर्पण पोर्टल पर पंजीकृत स्वयंसेवक मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना में अपना सहयोग देंगे। इस संबंध में अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग ढालिया ने ऐसे ही समर्पित सेवक व मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना से जुड़े विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। प्रदेश का कोई भी केंद्र या राज्य सरकार से सेवानिवृत्त कर्मचारी या अधिकारी जो विभिन्न योजनाओं को लागू करने में प्रशासन का सहयोग करना चाहता है वह इस पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा सकता है।

एडीसी कार्यालय में हुई बैठक में स्वयंसेवियों को प्रदेश सरकार की ओर से शुरू किए गए स्वेच्छिक समर्पण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस कार्यशाला में एडीसी ने कहा कि स्वयंसेवी समर्पण कार्यक्रम के साथ जुड़कर सरकार की योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक सरकार की योजनाओं को सुनियोजित तरीके से जनता के बीच लेकर जाएं तथा उन्हें अच्छी तरह से समझाएं। इस योजना के जिला संयोजक दिव्यजीत सिंह तंवर ने मीटिंग में जिले की सभी तहसील, नगर परिषद व ब्लॉक्स के कोऑर्डिनेटरों का गठन किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी कोऑर्डिनेटर को मुख्यमंत्री परिवार उत्थान योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी तथा उनके कायोंर् के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि पोर्टल के माध्यम से जिले के नागरिकों का पंजीकरण किया जा रहा है। पोर्टल पर वालिंटियर अपनी विस्तृत जानकारी तथा इच्छा व उपलब्ध समयानुसार सेवा के कार्यक्षेत्र दर्ज कर सकते हैं। वालिंटियरों की ओर से उपलब्ध करवाईं गई जानकारी के आधार पर उनकी रूचि के अनुसार उनकी सेवाएं ली जाएंगी। कौशल विकास, खेल, शिक्षा, कृषि आदि क्षेत्रों में सेवानिवृत्त कर्मचारियों व युवाओं को अपने साथ जोड़ने के लिए विशेष रूप से उल्लेख किया है। यह भी लक्ष्य रखा गया है कि प्रत्येक स्वयं संयोजक स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, एनएसएस, एनसीसी, रेडक्रॉस, रोटरी क्लब, एनजीओ व अन्य समाजसेवी संस्थाओं के साथ मीटिंग करें व जिले में हजारों समर्पण कार्यों के लिए जोड़ें।

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