चेतावनी : प्लांट का पानी नहर में डालना बंद नहीं किया तो ग्रामीण उखाड़ेंगे मोगे

चेतावनी : प्लांट का पानी नहर में डालना बंद नहीं किया तो ग्रामीण उखाड़ेंगे मोगे
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  • परमाणु संयंत्र गोरखपुर से दूषित एवं जहरीला भूजल सीधा भाखड़ा नहर में डालने पर भड़के लोग
  • परमाणु संयंत्र गोरखपुर को भाखड़ा नहर में पानी डालने की मिली हुई है मंजूरी

हरिभूमि न्यूज भूना। गांव गोरखपुर के पास फतेहाबाद ब्रांच भाखड़ा नहर में परमाणु संयंत्र का दूषित पानी डाले जाने पर किसान संगठनों व गोरखपुर वासियों ने आपत्ति जताई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर दो दिन के अंदर दूषित पानी की पाइप लाइन नहर से नहीं हटाई गई तो किसान संगठन आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। इस दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना होगी तो उसके लिए न्यूक्लियर पावर प्लांट गोरखपुर व प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदार होंगे।

किसान नेता राममेहर सिंह सिवाच, कामरेड मिंटू राम सिवाच, नंदा राम, ईश्वर सिंह, राजबीर सिंह, रोहताश कुमार, मनदीप व कमल सिंह ने आरोप लगाया कि परमाणु संयंत्र गोरखपुर से दूषित एवं जहरीला भूजल सीधा भाखड़ा नहर में डाला जा रहा है। जब नहर बंद होती है तो यह जहरीला पानी वापिस जल घर की सप्लाई में उपयोग होता है, इसलिए ग्रामीण जहरीला पानी पीने पर मजबूर है। किसान नेताओं ने कहा कि भाखड़ा नहर में गैरकानूनी तरीके से जहरीले पानी को डालने का कोई औचित्य नहीं है।

परमाणु संयंत्र के जहरीले पानी से लाखों लोगों का जीवन खतरे में डाला जा रहा है। इस घोर अन्याय के खिलाफ किसान संगठन एकजुट होकर बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि कभी 4 पाइपों में लगातार पानी आता है तो कभी दो पाईपों से पानी भाखड़ा नहर में डाला जा रहा है जो सरासर मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है, क्योंकि भाखड़ा नहर का जल घरों में भी सप्लाई हो रहा है। इससे लोगों को बीमारियां आने की आशंका है। उपरोक्त पानी को कहीं दूसरी जगह डाला जाए और नहर में सीधी सप्लाई पर रोक लगाई जाए। अगर दो दिन के अंदर प्रशासनिक अधिकारियों ने इस पर संज्ञान नहीं लिया तो किसान संगठन अपने स्तर पर इस जहरीले पानी की रोकथाम के लिए कदम उठाएगा।

क्या कहते हैं जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ

जन स्वास्थ्य विभाग के उपमंडल अधिकारी मोहित कुमार शर्मा ने बताया कि परमाणु संयंत्र गोरखपुर का पानी भाखड़ा नहर में डाले जाने पर यह उनके विभागीय अधिकार क्षेत्र से बाहर का मामला है। इस पर सिंचाई विभाग के अधिकारी ही जवाब दे सकेंगे।

फतेहाबाद ब्रांच नहर में पानी डालने की न्यूक्लियर पावर प्लांट ने ले रखी है मंजूरी : एक्सईएन

सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता मनीष शर्मा ने बताया कि परमाणु संयंत्र गोरखपुर से जल को भाखड़ा नहर में डाला जा रहा है, जिसकी मंजूरी भी ली हुई है। भूजल की गुणवत्ता को लेकर बार-बार सैंपल भी लिए गए हैं। भाखड़ा नहर में डाला जा रहा भूजल मानव स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक नहीं है। क्योंकि भाखड़ा के भारी भरकम पानी में उसकी मिलावट हो जाती है।


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