Rewari News : गर्मी में पानी की किल्लत फिर करेगी परेशान, गड़बड़ा रहा जेएलएन नहर आने का रोटेशन

Rewari News : गर्मी में पानी की किल्लत फिर करेगी परेशान, गड़बड़ा रहा जेएलएन नहर आने का रोटेशन
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रेवाड़ी जिले में जेएलएन नहर आने का बार-बार बदलता रोटेशन लोगों के लिए परेशानी पैदा कर रहा है। पब्लिक हेल्थ विभाग नया वाटर वर्क्स बनाने के लिए तैयार है, परंतु इसके लिए जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रही है।

हेमंत शर्मा. रेवाड़ी। शहर वासियों को प्रति वर्ष गर्मी के मौसम में पीने के पानी की किल्लत से जूझना पड़ता है। गर्मी हो या सर्दी शहर में बढ़ती आबादी के चलते पेयजल संकट स्थाई समस्या बन चुका है, जिससे निपटने के लिए नहर बंद होने के बाद हर बार कम से कम एक पखवाड़े तक रोस्टर आधार पर पानी सप्लाई की राशनिंग शुरू कर दी जाती है। जून माह में लिसाना वाटर वर्क्स में नए टैंक के शुरू होने से लोगों को पानी की किल्लत से काफी हद तक राहत मिलेगी। जिले में जेएलएन नहर आने का बार-बार बदलता रोटेशन लोगों के लिए परेशानी पैदा कर रहा है। पब्लिक हेल्थ विभाग नया वाटर वर्क्स बनाने के लिए तैयार है, परंतु इसके लिए जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रही है। फिलहाल शहर में कालाका व लिसाना वाटर वर्क्स से सप्लाई दी जा रही है। इन दोनों वाटर वर्क्स से शहर के 26 बूस्टिंग स्टेशन जुड़े हुए है, जिनसे शहर की आबादी को पानी सप्लाई किया जा रहा है।

शहर में प्रतिदिन 24.82 मिलियन लीटर पानी की खपत होती है। पब्लिक हेल्थ के पास कालाका वाटर वर्क्स में पांच और लिसाना में पानी के दो स्टोरेज टैंक हैं। लिसाना में एक टैंक निर्माणाधीन है,जिसका कार्य जून तक पूरा हो जाएगा। नहरी पानी के नियमित रूप से नहीं आने के कारण इन टैंकों की स्टोरेज क्षमता शहर को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति करने में नाकाम साबित होती है। नहर के बंद होने के 15 दिन बाद शहर में पानी की राशनिंग शुरू कर दी जाती है।

बार-बार बदल रहा नहर का रोटेशन

जिले में पहले जेएलएन नहर का रोटेशन दो साल पहले 16 दिन पानी देने व 16 दिन बंद रखने का था, जिसको 2021 में 16 दिन पानी देने व 21 दिन नहर बंद रखने का कर दिया गया। जिले में 9 मार्च को आई नहर 29 मार्च को बंंद हो चुकी है। पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारियों के अनुसार अब नहर 40 दिन बाद यानि 7 मई तक आने की संभावना है। नहर आने के बार-बार बदलते रोटेशन के कारण जिलावासियों की परेशानी काफी बढ़ गई है।

26 बूस्टिंग स्टेशनों से शहर की सप्लाई

पब्लिक हेल्थ विभाग के शहर में 27091 रजिस्टर्ड उपभोक्ता है। इसके अलावा कई नई कॉलोनियां पिछले दिनों नियमित हो चुकी है, जिनको कनेक्शन दिए जाने है। शहर में काफी कनेक्शन बिना रजिस्टर्ड हुए भी चल रहे है। विभाग की ओर से इन कनेक्शनों को भी नियमित किया जा रहा है। कालाका वाटर वर्क्स से शहर के 18 बूस्टिंग स्टेशनों व लिसाना वाटर वर्क्स से 8 बूस्टिंग स्टेशनों के जरिए शहर में पानी की सप्लाई की जाती है। लिसाना वाटर वर्क्स के अधीन अजय नगर, गुलाबी बाग, हजारीवास, कुतुबपुर, शास्त्री नगर, कालूवास, गोकलगढ़ व चांदावास के बूस्टिंग स्टेशन आते है।

दो वाटर वर्क्स के टैंकों की पानी क्षमता

कालाका वाटर वर्क्स में पानी स्टोरेज के 5 व लिसाना में 2 टैंक बने हुए है। इसके अलावा हुडा के दो वाटर स्टोरेज टैंक अलग है। लिसाना में दो वाटर टैंकों में पानी स्टोरेज किया जाता है जबकि 4 लाख लीटर क्षमता का एक वाटर टैंक निर्माणाधीन है। लिसाना वाटर वर्क्स से प्रतिदिन 4.32 मिलियन लीटर पानी की खपत होती है। कालाका वाटर वर्क्स से प्रतिदिन 20.5 मिलियन लीटर पानी की खपत होती है।

जून माह में शुरू हो जाएगा टैंक

शहर वासियों को गर्मी में पानी की किल्लत से निजात दिलाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे है। लिसाना में निर्माणाधीन वाटर टैंक जून माह में शुरू हो जाएगा। इस टैंक के बनने से शहर के आधे हिस्से की पानी की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी। -सुनील कुमार, कनिष्ठ अभियंता, पब्लिक हेल्थ।

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