मौसम के मिजाज ने गन्ना किसानों की बढ़ाई परेशानी, कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी

मौसम के मिजाज ने गन्ना किसानों की बढ़ाई परेशानी, कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी
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इस बार मानसून की बरसात काफी अच्छी हुई है। इसलिए कई प्रकार के कीटों का प्रकोप बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में गन्ने का उत्पादन बेहतर हो सके, इसके लिए विभाग ने गन्ना उत्पादक किसानों के लिए स्पेशल एडवाइजरी जारी करके उन्हें शीर्ष तना छेदक रोग आदि के प्रति जागरूक किया है।

हरिभूमि न्यूज : सोनीपत

अगस्त माह में मौसम के मिजाज ने गन्ना उत्पादकों के लिए परेशानी बढ़ा दी हैं। जिसके चलते कृषि विभाग ने गन्ना उत्पादकों को एडवाइजरी जारी की है। जिसके अंतर्गत किसानों को शीर्ष तना छेदक रोग से सतर्क रहने की बात कही गई है। इस संबंध में कृषि विभाग सोशल प्लेटफार्म पर बनाए गए किसानों के ग्रुप के साथ-साथ भौतिक तौर पर भी कार्यक्रम आयोजित करके किसानों को जागरूक करेगा ताकि किसानों की फसल में नुकसान न हो। किसानों ने जिले में करीब दस हजार 200 हैक्टेयर भूमि पर गन्ने की फसल उगाई हैं।

बता दें कि गन्ने की फसल को कई प्रकार के कीट प्रभावित करते हैं। जिले में इस बार मानसून की बरसात काफी अच्छी हुई है। इसलिए कई प्रकार के कीटों का प्रकोप बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में जिले में गन्ने का उत्पादन बेहतर हो सके, इसके लिए विभाग ने गन्ना उत्पादक किसानों के लिए स्पेशल एडवाइजरी जारी करके उन्हें शीर्ष तना छेदक रोग आदि के प्रति जागरूक किया है। सोनीपत जिले में मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत मौजूदा खरीफ सीजन में बड़ी संख्या में किसानों ने गन्ना उगाया है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार 200 हैक्टेयर अधिक क्षेत्र में गन्ना उगाया गया है। कृषि विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के अंतर्गत शीर्ष तना छेदक रोग का सबसे अधिक खतरा गन्ने की किस्म सीओ-238 में है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे नियमित तौर पर गन्ने की फसल का निरीक्षण करे और शीर्ष तना छेदक रोग के लक्ष्य दिखाई देते ही निर्देशानुसार दवाइयों का छिड़काव करें।

प्रदेश के आठ जिलों के किसानों को विभाग की एडवाइजरी : कृषि विभाग ने सोनीपत सहित कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, जींद, झज्जर, रोहतक आदि जिलो को एडवाइजरी जारी की गई है। शीर्ष तना छेदक रोग के तहत एक कीट गन्ने के शीर्ष से तने में छेद करके उसके अंदर घुस जाता है। इसके बाद अंदर से ही गन्ने को खाना शुरू कर देता है। शीर्ष तना छेदक रोग से फसल के उत्पादन पर करीब 50 प्रतिशत तक का असर पड़ता है। इससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता हैं।

किसानों को जागरूक किया जाएगा

अगस्त माह में बारिश व गर्मी के चलते गन्ने की फसल में छेदक रोग बढ़ने की आशंका हैं। जिसको लेकर किसानों को एडवाइजरी जारी की हैं। जिसके चलते किसानों को जागरूक करने का काम किया जाएगा। -अनिल सहरावत, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत।

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