Weather Update : कल से हरियाणा सहित इन राज्यों में फिर बारिश की संभावना, IMD ने जारी किया अलर्ट

Mausam Ki Jankari
इस साल भी भारत में ला- नीना मौसम प्रणाली का प्रभाव जारी है जिसकी वजह से सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप में मानसून गतिविधियां सामान्य से अधिक रहने वाली हैं। अगर बात करें हरियाणा और एनसीआर दिल्ली की तो यहां भी मानसून का आगमन अपने सामान्य समय पर 30 जून को हो गया था और 27 जुलाई तक मानसून बारिश की गतिविधियों के अनुसार सम्पूर्ण हरियाणा में अभी तक 202.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है जो सामान्य 108.6 मिलीमीटर से 12% अधिक है।
राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डाक्टर चंद्रमोहन ने बताया कि वर्तमान समय में हरियाणा के छः जिलों में अभी भी मानसून बारिश की कमी दर्ज हुई है जिसमें फरीदाबाद में 41% , अंबाला में 36%, यमुनानगर मेंं 32%, गुड़गांव में 28%, नूहं मेें 17% और सोनीपत में 11% बारिश की कमी बनी हुई है जबकि हरियाणा के 16 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई। हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में जहां अभी बारिश की कमी बनी हुई है जल्द ही वहां भी बारिश सामान्य से अधिक देखने को मिलेगी। इस बार मानसून अपने समय पर सक्रिय हो गया और हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में लगातार कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश की गतिविधियां जारी है। पिछले कुछ दिनों से मानसून टर्फ रेखा की स्थिति दक्षिणी होने की वजह से मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और उड़ीसा में भारी बारिश दर्ज की जा रही है।
28 से 31 जुलाई और अगस्त के पहले सप्ताह में भी बारिश
पिछले एक सप्ताह से हरियाणा व एनसीआर दिल्ली पर कोई सक्रिय मौसम प्रणाली न होने जबकि लगातार दक्षिणी पूर्वी नमी वाली हवाओं का रूख होने के बावजूद केवल सुबह और दोपहर बाद ही बादलवाही और बिखराव वाली बारिश देखी जा रही है। वर्तमान परिदृश्य में आज से ही मानसून टर्फ रेखा उत्तरी होने वाली है जिसकी वजह से पंजाब, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी बंगाल और झारखंड आदि मैदानी राज्यों में बारिश में तेजी आएगी। इस बार मानसून टर्फ रेखा एक सप्ताह तक उत्तरी रहने की संभावना बन रही है। जिस कारण सम्पूर्ण इलाके में 28 से 31 जुलाई और अगस्त के पहले सप्ताह में भी कहीं हल्की तो कहीं मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी और मूसलाधार बारिश देखने को मिलेगी।
इस दौरान मौसम प्रणाली का प्रभाव उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों और पंजाब व उत्तराखंड पर सबसे ज्यादा पड़ने की संभावना है। पर्वतीय क्षेत्रों पर बादल फटने और भूस्खलन की आकांक्षा है, इसलिए आमजन सावधान रहें और पर्वतीय इलाकों में जाने से बचें। किसानों को सलाह दी जाती है कि इस दौरान सिंचाई मौसम गतिविधियों को देखकर करें किसी प्रकार का कैमिकल छिड़काव न करें और मंडी कृषि फसलों से संबंधित माल को वेयरहाउस और तिरपाल से ढक कर रखें। मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके पर 28 से 30 जुलाई के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
हरियाणा के उत्तरी जिलों पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल के लिए ऑरेंज अलर्ट और शेष हरियाणा के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है। बुधवार को हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में कुछ स्थानों पर बिखराव वाली बारिश दर्ज की गई। आज अधिकतम तापमान 33.0 से 39.0 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 25.0 से 28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी और तापमान में गिरावट दर्ज होगी और मौसम सुहावना बना रहेगा।
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