Weather Update : अगले 3 दिन हरियाणा, दिल्ली NCR सहित उत्तर भारत में बारिश की संभावना, येलो अलर्ट जारी

Mausam Ki Jankari
हरियाणा और एनसीआर दिल्ली पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क और साफ बना हुआ है जिस कारण तापमान ने हल्की बढ़त जारी है। हालांकि वर्तमान समय में अरब सागर से प्रचुर मात्रा में दक्षिणी पश्चिमी नमी वाली हवाओं का प्रभाव देखने को मिल रहा है जिससे सम्पूर्ण इलाके में दोपहर बाद आंशिक बादलवाही देखने को मिल रही है। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अगले 24 घंटे में मानसूनी गतिविधियां बढ़ेंगी। इसके चलते तीन दिन तक हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। जिस कारण सम्पूर्ण इलाके पर भारतीय मौसम विभाग ने 21 से 23 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी किया है।
वहीं शनिवार को हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में कुछ स्थानों पर बिखराव वाली हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। आज हरियाणा के उत्तरी जिलों पंचकूला, अंबाला यमुनानगर, रेवाड़ी, जींद के साथ हिसार के आसपास और मानेसर रेवाड़ी के साथ बारिश देखने को मिली। 21 अगस्त का वर्तमान मौसम प्रणाली डिप्रेशन लो प्रेशर एरिया पश्चिमी मध्यप्रदेश और दक्षिणी पूर्वी राजस्थान के पास पहुंच जाएगी। जिस कारण राजस्थान और मध्यप्रदेश में अति भारी बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी। इस मौसम प्रणाली का आंशिक प्रभाव हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश में देखने को मिलेगा।
सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में बादल अपना डेरा जमा लेंगे और 25-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और हल्की से मध्यम बारिश और कुछ एक स्थानों पर गरज चमक के साथ मूसलाधार बारिश होने की संभावना बन रही है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दवाब के क्षेत्र का असर प्रदेश में अगले 24 घंटे में नजर आने लगेगा। इसके कारण अगले तीन दिन तक मानसूनी गतिविधियां फिर से प्रभावी होने की संभावना बन रही है। आज हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतम तापमान 32.0 से 35.0 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 25.0 से 28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पश्चिम बंगाल और उससे सटे उत्तरी ओडिशा के तटीय क्षेत्रों पर बना हुआ डीप डिप्रेशन पश्चिम उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है। आज 20 अगस्त को 05:30 बजे यह दक्षिण झारखंड और आसपास के क्षेत्र में अक्षांश 22.5 उत्तर और देशांतर 86 डिग्री पूर्व के पास था। यह अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में झारखंड से गुजरते हुए उत्तर मध्य प्रदेश की ओर बढ़ना जारी रखेगा और एक डिप्रेशन में कमजोर हो सकता है। दक्षिण पाकिस्तान के ऊपर गहरा कम दबाव वाले क्षेत्र उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बना गया है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। मानसून का पश्चिमी छोर हिमालय की तलहटी के करीब चल रहा है और पूर्वी सिरा गोरखपुर, गया, दक्षिण झारखंड पर गहरे डिप्रेशन के केंद्र, दक्षिण पूर्व की ओर दीघा से बंगाल की उत्तरी खाड़ी तक जा रहा हैं।
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