Weather Update : हरियाणा सहित देश के इन उत्तरी राज्यों में 20 से फिर बारिश की संभावना, जानिए मौसम का हाल

Mausam Ki Jankari
देेश के सम्पूर्ण मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से मौसम ज्यादातर साफ और गर्म बना हुआ था। केवल 14 से 16 अगस्त के दौरान हल्की बारिश कुछ जगह जरूर हुई थी। राजकीय महाविद्यालय नारनौल ( हरियाणा ) के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि इस दौरान जलवायु परिवर्तन का प्रभाव साफ तौर पर दिखाई दे रहा है, जहां कुछ सालों पहले तक बाढ़ का प्रकोप रहता था वहां अब सूखा देखने को मिल रहा है और जहां सूखा रहता था, वहां वर्तमान में बाढ़ जैसी स्थिति है। बिहार, झारखंड और उत्तरप्रदेश में सूखा है और राजस्थान, मध्य प्रदेश व गुजरात में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
हालांकि हरियाणा में 18 अगस्त तक 319.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है जो सामान्य से 7% अधिक है। सम्पूर्ण उत्तर भारत में इस समय बारिश ना होने का प्रमुख कारण बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक के बाद एक लो प्रेशर एरिया और वेल मार्क लो प्रेशर एरिया, व गहरे निम्न दबाव क्षेत्र, जो उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण पूर्व राजस्थान की तरफ़ जा रहे थे। जिससे मानसून टर्फ रेखा भी इन्हीं इलाकों में बनी हुई थी लेकिन अब बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया और गहरे निम्न दबाव थोड़ा- थोड़ा उत्तर भारत की तरफ़ भी रुख करना शुरू हो गए हैं। जिस कारण आने वाले दिनों में देश के सम्पूर्ण मैदानी राज्यों राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और झारखंड आदि में मानसून की बारिश में फिर तेजी आएगी।
20 अगस्त से यहां - यहां बारिश
18 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में बने गहरे निम्न दबाव के चलते सम्पूर्ण मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश व बिहार में बारिश का दौर 20 अगस्त की दोपहर या रात से शुरू होगा। जो 20 से 23 अगस्त तक प्रभावी रहेगा। सबसे ज्यादा बारिश होने की संभावना पंजाब और हरियाणा के तराई क्षेत्रों और दक्षिणी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में है। इस मौसम प्रणाली का सबसे ज्यादा असर राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के इलाकों में देखने को मिलेगा, जो 19 से 23 अगस्त तक प्रभावी रहेगा। यहां भी ज्यादातर इलाकों में हल्की से मध्यम और कुछ जगह भारी बारिश देखने को मिलेगी। जबकि हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में इस मौसम प्रणाली का प्रभाव 20 से 23 के दौरान ही रहने की संभावना है।
इस प्रणाली का प्रभाव पहले 20 अगस्त से हरियाणा के उत्तरी पूर्वी जिलों और एनसीआर दिल्ली पर देखने को मिलेगा। जबकि हरियाणा के दक्षिणी हिस्सों और केन्द्रीय जिलों में 21 से 23 अगस्त के दौरान हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश देखने को मिलेगी। साथ ही सम्पूर्ण इलाके में तेज़ गति से हवाएं चल सकती हैं। अभी बंगाल की उत्तरपूर्वी खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, यह पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा और गहरे निम्न दबाव में बदल जाएगा। साथ ही दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान के ऊपर गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। यह पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और 18 अगस्त की शाम तक दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान के ऊपर एक डिप्रेशन के रूप में केंद्रित हो जाएगा। जबकि वर्तमान परिदृश्य में मॉनसून की ट्रफ रेखा दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान के ऊपर बने हुए गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र से, अजमेर, ग्वालियर, वाराणसी, गया, मथुरा, दीघा और फिर पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में बने हुए कम दबाव के क्षेत्र से गुजर रही है। वहीं दक्षिण गुजरात से महाराष्ट्र तट तक एक अपतटीय ट्रफ रेखा बनी हुई है।इसके अलावा कर्नाटक से कोमोरिन क्षेत्र तक उत्तर दक्षिण ट्रफ भी बनी हुई है। कल हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर बादलवाही देखने को मिलेगी और सम्पूर्ण इलाके में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी। आज हरियाणा मेें अधिकतम तापमान 33.0 से 37.0 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 24.0 से 28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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