Weather Update : हरियाणा में अंधड़ के साथ हल्की बारिश से 5 डिग्री गिरा तापमान, जानिए आगे कैसा रहेगा मौसम

Mausam Ki Jankari : वर्तमान मौसम प्रणाली पश्चिमी विक्षोभ का असर हरियाणा और एनसीआर- दिल्ली के अधिकतर स्थानों पर दिखाई दिया। जिसकी वजह से सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर में आंधी के साथ हल्की बूंदाबांदी की गतिविधियां देखने को मिली। बुधवार रात्रि से ही सम्पूर्ण इलाके पर बादलवाही और अलसुबह से तेज़ गति की हवाएं 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की वजह से सम्पूर्ण इलाके का मौसम सुहावना बन गया। पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी से लोग परेशान थे।
राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डाक्टर चंद्रमोहन ने बताया कि बृहस्पतिवार को अलसुबह से सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में वर्तमान मौसम प्रणाली की वजह से बने चक्रवातीय सरकुलेशन की वजह से नमी वाली दक्षिणी पूर्वी पवनों और पछुआ पवनों के मेल से इलाके पर सघन बादलवाही देखने को मिली और साथ ही अधिकतर स्थानों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वृहस्पतिवार को हरियाणा में अधिकतर स्थानों पर तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस से 38.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान में 5.0 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। जिससे आमजन को भीषण गर्मी से राहत मिली है। प्रदेश में पारा 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंचा हुआ था।
बृहस्पतिवार को दोपहर बाद हरियाणा के पश्चिमी- दक्षिणी जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी पर से बादलवाही हटने लगी और फिर से चमकदार धूप खिलने लगी थी। परन्तु शाम तक फिर से राजस्थान में दोबारा से सक्रिय हो रहे गरजदार बारिश वाले बादल का फिर से फूटाव होने लगा है। बृहस्पतिवार रात को हरियाणा के कई जिलों दोबारा से आंधी-बारिश की संभावनाएं बन रही हैं। राजस्थान के अनेक स्थानों पर बादलों की गरज़-चमक औऱ आँधी के साथ हल्की बारिश की गतिविधियां देखी जाएंगी। कुछ जगह पर तेज़ हवाओं के साथ तेज़ बौछार औऱ ओले भी गिर सकते हैं। साथ ही साथ रात को हरियाणा के पंचकूला, यमुनानगर, अम्बाला, फरीदाबाद, नूंह औऱ पलवल जिले में बादलवाही के बीच बूंदाबांदी जारी रहेगी। राजस्थान में आंधी-बारिश के बाद बादल हरियाणा के सिरसा, फतेहाबाद व हिसार जिले की तरफ बढ़ेंगे।
इस बार मार्च और अप्रैल में अन्य वर्षों की तुलना में भीषण गर्मी पड़ रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हर माह 4-6 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होते हैं, लेकिन मार्च और अप्रैल का प्रथम पखवाड़ा सूखा निकल गया। इसके चलते लोगों को लगातार चिलचिलाती गर्मी झेलनी पड़ रही थी। बुधवार को पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते मौसम में बदलाव देखा गया। प्रदेश के कई जिलों में हल्की बूंदाबांदी होने से गर्मी से थोड़ी राहत महसूस की गई। अब प्रदेश में 22 अप्रैल से फिर से पारा चढ़ने लगेगा और मौसम खुश्क रहेगा।
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