Weather Update : हरियाणा और UP सहित देश के इन राज्यों में फिर एक्टिव होगा मानसून, भारी बारिश का अलर्ट जारी

Mausam Ki Jankari
आमतौर पर 30 सितंबर तक हर साल में मानसून की विदाई हो जाती है। पर इस बार अक्टूबर शुरू होने के बाद भी अभी तक मानसून ने विदाई नहीं ली है। भारत के कई राज्यों में मानसून अभी भी सक्रिय है। आने वाले करीब 10 दिनों के दौरान उड़ीसा, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी हरियाणा और एनसीआर दिल्ली और पूर्वी राजस्थान में झमाझम बारिश होने की संभावना है।
राजकीय महाविद्यालय नारनौल ( हरियाणा ) के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि सुपर चक्रवात 'नोरु' कमजोर होकर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने साइक्लोन सर्कुलेशन बना और बाद में 2 अक्टूबर को यह लो प्रेशर एरिया में तब्दील हो गया। जिस कारण दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी में देरी हो रही है। हालांकि वर्तमान समय में पिछले दो दिनों के मानसून वापसी के ब्रेक के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तरी अरब सागर के अधिकांश हिस्सों, गुजरात क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों, पश्चिम मध्य प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों से और पीछे हट गया है। सौराष्ट्र और कच्छ के शेष हिस्से, राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, एनसीआर दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और जम्मू, कश्मीर और लद्दाख और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्से राजस्थान पर बने एक प्रति चक्रवात की वजह से आज सोमवार को अनेक स्थानों से मानसून की विदाई जारी है।
भारत के बड़े हिस्से में मानसून फिर सक्रिय होगा
आज हरियाणा व एनसीआर दिल्ली के सम्पूर्ण हिस्से से मानसून वापस हो गया है। वहीं दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा अब उत्तरकाशी, नाज़ियाबाद, आगरा, ग्वालियर, रतलाम, भरूच से होकर गुजर रही है। समुद्री तुफान नोरू के अवशेष से बंगाल की खाड़ी पर बना लो प्रेशर एरिया उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश से होता हुआ गुजर रहा है। राजस्थान पर बने एंटी साइक्लोन की वजह से हरियाणा के पूर्वी दक्षिणी भाग से ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर री कर्ब होगा और उत्तराखंड और नेपाल की जाने की संभावना बन रही है। इस मौसम प्रणाली के कारण अब कल से मानसून की वापसी लौटने की कार्यवाही लगभग 10 दिनों तक टल जाएगी, क्योंकि खाड़ी में बने ताज़ा कम दबाव के क्षेत्र के कारण भारत के बड़े हिस्से पर मानसून एक बार फिर सक्रिय हो जाएगा।
कहां पर कब होगी बारिश
भारतीय मौसम विभाग ( India Meteorological Department ) के अनुसार मानसून की सक्रियता पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओड़िसा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, पुर्वी गुजरात, पुर्वी राजस्थान, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली व पूर्वी हरियाणा में देखने को मिलेगी। लो प्रेशर एरिया की वजह से बारिश का दौर आने वाले 24 से 48 घंटों के दौरान पूर्वी उत्तरप्रदेश और 5 अक्टूबर की अलसुबह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाकों में भी हल्की बारिश का दौर शुरू होने लगेगा। उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों पर इस मौसमी प्रणाली द्वारा जबरदस्त बारिश दर्ज की जाएगी। इस दौरान पर्वतीय इलाको में अति भारी बारिश, भूस्खलन, बादल फटने जैसी स्थिति पैदा होने की संभावना बन रही है। उत्तरी नदियों जिनमें गंगा, यमुना, रामगंगा, शारदा आदि नदियां का जलस्तर बढ़ने और प्रचड़ वेग के साथ पूरे उफान पर बहने की प्रबल संभावनाएं बन रही है।
हरियाणा में कहां बारिश
हरियाणा के उत्तरी और पूर्वी जिलों में 5 से 9 अक्टूबर के दौरान हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश की संभावना बन रही है जिनमें अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, पलवल, सोहना, तावडू, नूंह मेवात और संपूर्ण एनसीआर दिल्ली में बारिश हो सकती है। साथ ही रोहतक, झज्जर,गुड़गांव, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ में केवल बादलवाही देखने को मिलेगी और सीमित स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी बारिश दर्ज की जाएगी। जबकि शेष हरियाणा में कुछ स्थानों पर केवल बिखराव वाली बारिश रहेगी, क्योंकि पूर्वी नमी वाली हवाओं का रूख मैदानी राज्यों की तरफ एक बार फिर हो जाएगा। उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लगते हुए उत्तरी और पूर्वी हरियाणा के जिलों के किसान व आमजन सजगता और सावधानी बरतें। इन इलाको में कुछ स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना बन रही है। भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके पर येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। किसान फसलों की कटाई व भंडारण का काम जल्द से जल्द करें।
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