Weather Update : नौतपा से पहले ही तप रहे देश के उत्तरी राज्य, 16 मई से यहां बदल सकता है मौमस, IMD ने दिए राहत के संकेत

भारत के उत्तरी मैदानी राज्यों राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में भीषण गर्मी अपने चरम शबाब पर है और नौतपा से 12 दिन पहले ही सम्पूर्ण इलाका तापमान में बढ़ोतरी से तप रहा है। नौतपा 25 मई से 3 जून तक रहता है क्योंकि 25 मई से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में गोचर करेगा तब नौतपा शुरू हो जाएगा। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से नौतपा साल के वह 9 दिन होते हैं जब सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक रहता है जिस कारण से इन 9 दिनों में भीषण और प्रचण्ड गर्मी पड़ती है। कहा जाता है कि धरती जितनी ज्यादा गर्म होती है उतनी ज्यादा बारिश होती है इसके पीछे वैज्ञानिक तथ्य है कि ज्यादा तापमान बढ़ने से स्थल का वायु दबाव कम हो जाता है और सागर पर कम तापमान की वजह से सागर पर अधिक वायु दबाव हो जाता है और फैरल का नियम है पवनें हमेशा उच्च वायुदाब से निम्न वायु दबाव की और चलतीं है और इस नौतपा की वजह से सागरीय पवनों ग्रीष्म ऋतु में सागर से स्थल की ओर चलती हैं और शीत ऋतु में इससे विपरीत होता है यानी पवनें स्थल से सागर की ओर चलती हैं इन्हीं पवनों को मानसून पवनें कहा जाता है।
राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि भीषण और प्रचण्ड रिकॉर्ड तोड गर्मी का इस साल का चौथा दौर जारी है। इसके साथ राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली में तापमान जबरदस्त तरीके से छलांग लगा रहा है। शुक्रवार को राजस्थान में तापमान 48. 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि हरियाणा में 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया हैं। आने वाले तीन दिनों में भीषण आग उगलती और उमस भरी पसीने वाली गर्मी रिकॉर्ड बनाएगी और पूराने रिकॉर्ड तोड़ेगी और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी। वर्तमान में सम्पूर्ण इलाके पर बलुचिस्तान और थार मरुस्थल की गर्म और शुष्क हवाओं का का प्रभाव जारी है। साथ ही आज से एक अन्य मौसम प्रणाली बन गई है क्योंकि पश्चिमी राजस्थान व आसपास के क्षेत्रों के ऊपरी वायुमंडलीय स्तरों में कल रात से ही प्रति चक्रवातीय सरकुलेशन तंत्र के निर्माण से तथा वायुमंडल के निचले स्तरों में बलुचिस्तान और थार मरुस्थल की गर्म व शुष्क पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से राज्य में तीव्र हीट वेव की परिस्थिति बनी हुई है। जिसकी वजह से वर्तमान में चल रहे तीव्र हीटवेव का दौर अभी भी अगले 48 घंटों तक जारी रहेगा। भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके पर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया हुआ है।
तत्पश्चात तापमान में हल्की गिरावट होने की सम्भावना है। क्योंकि एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बनने जा रहा है जिसकी वजह से प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन कमजोर पड़ने और पवनों की दिशा दक्षिणी पूर्वी नमी वाली हों जाएगी जिसकी वजह से दिनांक 16 मई से अधिकतर स्थानों के तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। अधिकतम तापमान 40.0 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज होंगे तथा हीट वेव के दौर से 16 मई की रात से आफ़त वाली प्रचण्ड गर्मी से राहत मिलने की प्रबल संभावना है। हरियाणा के पश्चिमी दक्षिणी और दक्षिणी पूर्वी जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार भिवानी महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, रेवाड़ी, फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल, सोहना तावडू, सोनीपत, पानीपत, एनसीआर दिल्ली में भीषण गर्मी और हीट वेव लू चलने की संभावनाएं बन रही है। शेष हरियाणा में भी अब पूर्वी नमी वाली पवनों का प्रभाव हट गया है जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में भीषण गर्मी और प्रचण्ड हीट बेव अपना जलवा दिखा रही है।
14,15-16 मई के दौरान तेज धूलभरी हवाएं ( 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा ) चलने की संभावना है। सिमित स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी की गतिविधियां देखने को मिलेगी। शुक्रवार को हरियाणा के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 40.0 से 48.8 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। हरियाणा एनसीआर में सिरसा का अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो असामान्य स्थिति में पहुंच गया है। जबकि न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री से 30.5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। आने वाले दो तीन दिनों तक हरियाणा एनसीआर व दिल्ली में इसी प्रकार की मौसम स्थितियां रहने वाली है। 16 मई से सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मौसम गतिशील और परिवर्तनशील रहने की संभावनाएं हैं जिसकी वजह से तापमान में हल्की गिरावट देखी जाएगी और भीषण गर्मी और प्रचण्ड हीट बेव लू से आंशिक राहत मिलने की संभावनाएं हैं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS