Weather Update : कल से हरियाणा सहित उत्तर राज्यों में फिर बारिश की संभावना, उमस वाली गर्मी से मिलेगी राहत, जानिए मौसम का हाल

Weather Update : कल से हरियाणा सहित उत्तर राज्यों में फिर बारिश की संभावना, उमस वाली गर्मी से मिलेगी राहत, जानिए मौसम का हाल
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कल से टर्फ रेखा उत्तरी होने वाली है जिस कारण देश के सम्पूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में एक बार फिर मानसून की बारिश दर्ज की जाएगी।

Mausam Ki Jankari

पिछले दो दिनों से हरियाणा और एनसीआर दिल्ली के दक्षिणी हिस्सों में आंशिक बादलवाही देखने को मिल रही है। साथ ही अधिकांश स्थानों पर मौसम साफ रहा है जिस कारण तापमान में फिर से बढ़ोत्तरी हुई है। हरियाणा के केन्द्रीय और उत्तरी जिलों में पसीने और उमस भरी गर्मी से आमजन परेशान हैं जबकि दक्षिणी हिस्सों में ही तेज़ गति से हवाएं चल रही हैं। अभी आने वाले चार दिनों तक हरियाणा और एनसीआर दिल्ली सहित अधिकतर राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।

राजकीय महाविद्यालय नारनौल ( हरियाणा ) के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉक्टर चंद्रमोहन ने बताया कि हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में लगातार बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाओं की आवाजाही बनी हुई है और कोई प्रभावी मौसमी प्रणाली न होने से केवल बादलवाही और बिखराव वाली हल्की बारिश देखने को मिल रही है। जबकि वर्तमान परिदृश्य में टर्फ रेखा दक्षिणी बनीं हुई है जिसके दोनों किनारों पर कम दबाव के क्षेत्र बने हुए हैं, जिस कारण उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में झमाझम बारिश हो रही है। परन्तु कल से टर्फ रेखा उत्तरी होने वाली है जिस कारण देश के सम्पूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में एक बार फिर मानसून की बारिश दर्ज की जाएगी। 13 से 16 अगस्त के दौरान हरियाणा और एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों में एक बार फिर हो सकती है। पहले हरियाणा के दक्षिणी हिस्सों और एनसीआर दिल्ली में फिर पश्चिमी और केन्द्रीय जिलों और धीरे-धीरे सम्पूर्ण इलाके में बारिश देखने को मिलेगी। जिससे तापमान में गिरावट दर्ज होगी और आमजन को उमस और पसीने वाली गर्मी से राहत मिलेगी।

आज शुक्रवार को सम्पूर्ण देशभर में एक गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र अब पूर्वोत्तर अरब सागर और गुजरात और दक्षिण पाकिस्तान के आस-पास के हिस्सों पर स्थित है। संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी तक फैला हुआ है। यह पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और 12 अगस्त की शाम तक एक डिप्रेशन में सशक्त मौसम प्रणाली बनने की संभावना बन रही है। साथ ही मॉनसून की ट्रफ रेखा ( कम दबाव वाले क्षेत्र ) दौसा, गुना, सतना, डाल्टनगंज, बालासोर और फिर दक्षिण-पूर्वी की तरफ उत्तर बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। ईस्ट वेस्ट शीयर ज़ोन लगभग 23 डिग्री उत्तर में चल रहा है। इसके अलावा अपतटीय ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर कम दबाव वाले क्षेत्र से उत्तरी केरल तट तक फैली हुई है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र गंगीय पश्चिम बंगाल और उसके आस-पास औसत समुद्र तल से 1.5 से 7.6 किमी ऊपर है। 13 अगस्त के आसपास बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। यह अगले 24 घंटों में अच्छी तरह से चिह्नित हो सकता है और पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। साथ ही मानसून टर्फ रेखा उत्तरी होने वाली है जिस कारण सम्पूर्ण मैदानी राज्यों में मानसून गतिविधियां देखने को मिलेगी।

शुक्रवार को राजस्थान पर बनी मौसम प्रणाली का आंशिक असर देखने को मिला जिस कारण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में कुछ स्थानों पर बिखराव वाली बारिश दर्ज की गई। आज हरियाणा के दक्षिणी हिस्सों कोसली, कनीना, चरखी दादरी और भिवानी के आसपास हल्की बूंदाबांदी हुई जबकि शेष हरियाणा में बारिश नदारद रही। आज रात को भी हरियाणा के दक्षिणी हिस्सों में हल्की बिखराव वाली बारिश हो सकती है। आज हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतम तापमान 33.0 से 38.0 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 24.0 से 28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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