Weather Update : हरियाणा, NCR और दिल्ली में झमाझम बरसात, खेत से लेकर मंडी तक फसलों को नुकसान, जानें आगे कैसा रहेगा मौसम

Mausam Ki Jankari
हरियाणा और एनसीआर दिल्ली पर बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया ने अपना रंग पिछले दो दिनों से दिखाना शुरू कर रखा है। जिस कारण हरियाणा के पूर्वी और दक्षिणी जिलों के साथ केंद्रीय हिस्से में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा रही है। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि उत्तरी राजस्थान व दक्षिणी हरियाणा पर लो प्रेशर एरिया के कारण एक चक्रवातीय हवाओं का सरकुलेशन बनने से बंगाल की खाड़ी से तो नमी वाली हवाओं का रूख मैदानी राज्यों की तरफ है ही, साथ ही इस चक्रवातीय सरकुलेशन को अरब सागर से भी प्रचुर मात्रा में नमी मिलने से और, इसके अलावा एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ एक टर्फ रेखा के रूप आगे बढ़ गया है। जो पहले इस मौसमी प्रणाली को हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर जाने से रोक रखा था। परन्तु अब इस मौसमी प्रणाली को कुछ ताकत मिलीं जिस कारण पश्चिमी और केन्द्रीय मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तरी राजस्थान साथ ही साथ का पूर्वी हरियाणा के साथ केंद्रीय हिस्से और दक्षिणी जिलों में पिछले दो दिनों से अपना प्रभाव दिखा रहा है।
इस मौसम प्रणाली का हरियाणा और एनसीआर दिल्ली में 8 से 11 अक्टूबर तक प्रभाव जारी रहेगा। साथ ही हरियाणा के उत्तरी जिलों में 12 से 13 अक्टूबर को बारिश हो सकती है। हालांकि इस मौसमी प्रणाली का प्रभाव 8 व 9 अक्टूबर को ज्यादा रहने की संभावना है। इसलिए भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके पर येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। कल शाम से ही हरियाणा के करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, हांसी, हिसार, फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल, सोहना, तावडू, नूंह, मेवात और एनसीआर दिल्ली में बारिश हो रही है। हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश दर्ज की जा रही है। शनिवार को हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अलसुबह से ही बारिश की गतिविधियां शुरू हो गई थी। यहां मौसम प्रणाली का असर शुक्रवार सुबह से ही हो गया था और सम्पूर्ण इलाके पर बादलों ने डेरा जमा लिया था और सुबह से शाम तक रूक रूक कर हल्की फुहार देखने को मिली। शनिवार को अलसुबह से दक्षिणी हरियाणा और पूर्वी व केंद्रीय हिस्से में झमाझम बारिश दर्ज की गई।
अनेक स्थानों पर तापतान में सामान्य से करीब 10.0 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई है और दिन व रात के तापमान में समानता दर्ज हुई है। पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात भी हो रहा है। जो सामान्य तौर पर शीत ऋतु में रहता है। जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में आमजन को गुलाबी ठंड का अहसास हो रहा है। जैसे ही 13 अक्टूबर को यह मौसम प्रणाली हरियाणा व एनसीआर से हटेगी वैसे ही उत्तरी पश्चिमी शुष्क हवाओं का प्रभुत्व हो जाएगा और सम्पूर्ण इलाके में तापमान में गिरावट दर्ज होगी जिस कारण शीत ऋतु का प्रभाव देखने को मिलेगा।
खेत से लेकर मंडी तक किसान पर दोहरी मार
हरियाणा में शनिवार सुबह से रूक-रूककर हो रही बारिश धरती-पुत्रों पर कहर बनकर बरसीं। बारिश के चलते किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। खेत में पहले से फसल में बारिश का पानी जमा है। वहीं मंडी में पहुंचने पर किसानों को अपनी फसल बेहद कम भाव पर बेचने को मजबूर होना पड़ा। किसानों को निराशा के अलावा मंडी में कुछ नहीं मिल पा रहा। मंडियों में बेहत्तर सुविधा उपलब्ध करवाने के मार्केट कमेटी के दावों की पोल बारिश ने खोल दी। मंडियों में बने शैड के नीच आढ़तियों की फसल पड़ी होने के चलते किसानों को खुले में फसल डालने पर मजबूर होना पड़ा। वहीं खेतों में खड़ी बाजरा, कपास और धान की फसलों में भी नुकसान हुआ है।
हरियाणा में शाम 5.0 बजे तक बारिश के आंकड़े
नूंह व मेवात 43.0 मिलीमीटर, गुरुगाम में 42.0 मिलीमीटर, महेंद्रगढ़ में 40.0 मिलीमीटर, झज्जर में 26.5 मिलीमीटर, नारनौल में 23.0 मिलीमीटर, चरखी दादरी में 19.0 मिलीमीटर, रोहतक में 14.0 मिलीमीटर, भिवानी में 6.0 मिलीमीटर, हिसार में 2.0 मिलीमीटर ( स्रोत भारतीय मौसम विभाग)
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