Weather Update : हरियाणा सहित देश के इन राज्यों में अगले 24 घंटे में शुरू होगा बारिश का दौर, IMD ने दी चेतावनी

Mausam Ki Jankari
देश के मैदानी राज्यों राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, एनसीआर - दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटों में मानसून ( monsoon ) बारिश का दौर शुरू होने वाला है। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डाक्टर चंद्रमोहन ने बताया कि बंगाल की खाड़ी ( Bay of Bengal ) पर एक के बाद एक लो प्रेशर एरिया बनने जा रहे हैं जिसकी वजह से भारत के मैदानी राज्यों में आने वाले दिनों में झमाझम बारिश देखने को मिलेगी। भारतीय मौसम विभाग ( India Meteorological Department ) ने कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
बंगाल की खाड़ी पर बने लो प्रेशर के चलते उत्तर पश्चिम भारत में 4 से 8 जुलाई तक बडे़ पैमाने पर भारी बारिश की संभावना बन रही है। उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश का दौर 5 से 8 जूलाई को देखने को मिलेगा। यहां अधिकतर इलाकों में भारी से अति भारी बारिश देखने को मिलेगी। तराई क्षेत्र में भी बारिश की गतिविधियाें में तेजी आएगी जबकि पंजाब, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी अच्छी बारिश का दौर 5 से 8 जुलाई तक देखने को मिलेगा। यहां भी कुछ जगहों को छोड़कर बाकी इलाकों में हल्की से मध्यम और कुछ जगह भारी बारिश देखने को मिलेगी। इसके अलावा राजस्थान और मध्यप्रदेश पर इस सिस्टम का सबसे अधिक असर दिखने को मिलेगा जिसके चलते दक्षिणी राजस्थान, पूवी॔ और पश्चिमी राजस्थान में 4 से 8 जुलाई के बीच में भारी बारिश की उम्मीद है।
मानसून अपडेट
वहीं मानसून ने उत्तर पश्चिमी भारत को तेजी से अपनी हद में लिया है और सुदूर पश्चिमी इलाकों तक भी 2 जुलाई तक अपनी पहुंच बना ली थी, अपने निर्धारित समय से 6 दिन पहले ही मानसून ने पूरे देश को कवर कर लिया। मानसून के अभी अपने पूरे शबाब पर आना बाकी है। वर्तमान में मानसून की अक्षीय रेखा भी इस समय सक्रीय है और दक्षिण झारखंड और लगते हुए उत्तरी ओडिसा व उत्तरी छत्तीसगढ़ के इलाकों पर एक वर्तमान में चक्रवाती परिसंचरण भी बना हुआ है जिसके अगले 12 से 24 घंटों के दौरान एक निम्न दवाब क्षेत्र में परिवर्तित होने की उम्मीद है जो पश्चिमी उत्तर पश्चिमी दिशा में आगे बढेगा और 6 जुलाई तक मध्य भारत पर आकर कमजोर होता हुआ मानसून की अक्षीय रेखा में ही मिल जाएगा।
मानसून की इस पहली प्रणाली के चलते 4/5/6 जुलाई को छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा और लगते हुए इलाको में मध्यम से भारी बारिश देखी जाएगी। वहीं इसके अक्षीय रेखा में विलय होते ही गर्त पश्चिमी सिरा उत्तर में बढ़ेगा और पूर्वी सिरा बंगाल की खाड़ी में उस समय पनपती नई मानसून प्रणाली से जुड़ेगा जिससे उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में भी अरब सागर से आती नम युक्त दक्षिण पश्चिमी हवाओं का जोर बढ़ेगा और 5 जुलाई की शाम, 6 जुलाई से 7 /8 जुलाई की सुबह तक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश और बहुत भारी बारिश दर्ज की जा सकती है। इस मौसमी प्रणाली का प्रभाव हरियाणा के उत्तरी पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों पर अधिक देखने को मिलेगा जबकि शेष हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में भी इस प्रणाली का प्रभाव देखने को मिलेगा। वर्तमान परिदृश्य में स्थितियां अनुकूल रहेंगी किंतु मानसून जैसे पेचीदा मौसम में भी भिन्नताएं सम्भव है और थोड़े और छोटे अन्तराल में स्थितियां बदलती रहती है लिहाजा सम्भव है कि कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश ही दर्ज की जाए। फिलहाल मंगजवार दोपहर तक उत्तर भारत में उमस भरी गर्मी बनी रहेगी और बिखरे तौर पर कम समय के लिए तेज बारिश की बौछारें पड़ सकती है।
हरियाणा और दिल्ली का मौसम
सोमवार को सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 34.0 से 39.0 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 25.0 से 29.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। मंगलवार दोपहर तक हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर उमस और पसीने वाली गर्मी अपने तीखे तेवर दिखाएगी, परंतु दोपहर बाद बारिश की प्रबल संभावना बन रही है। 6 से 8 जुलाई को हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मानसून गतिविधियों में तेजी आएगी और बारिश का नया दौर शुरू होने की संभावनाएं हैं।
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