Weather Update : हरियाणा सहित उत्तर भारत में बदला मौसम, अगले 3 दिन इन राज्यों में होगी भारी बारिश, अलर्ट जारी

Mausam Ki Jankari
उत्तर भारत के मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा व एनसीआर दिल्ली पिछले एक सप्ताह से बिखराव वाली बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया और साथ ही सम्पूर्ण इलाके में बादलवाही देखने को मिल रही है जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि बंगाल की खाड़ी पर बना लो प्रेशर एरिया धीरे-धीरे डिप्रेशन में बदल गया है जो उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पहुंकर कमजोर होकर वेलमार्क लो प्रेशर एरिया में बदल गया और उसके बाद दक्षिणी पूर्वी राजस्थान पर से होता हुआ गुरुवार को उत्तरी पूर्वी दिशा में मूड़कर उत्तर प्रदेश पर पहुंच गया है। जिस कारण उपरोक्त सभी राज्यों में बारिश दर्ज की जा रही है।
इसके प्रभाव से गुरुवार को एनसीआर दिल्ली सहित हरियाणा के उत्तरी और पूर्वी जिलों पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत और सोनीपत में बारिश दर्ज की गई। जबकि हरियाणा के दक्षिणी हिस्सों फरीदाबाद, पलवल, सोहना, तावडू, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुड़गांव और झज्जर में भी बिखराव वाली बारिश देखी गई। जबकि शेष हरियाणा में सिमित स्थानों पर ही हल्की बारिश रही। इस मौसम प्रणाली का रास्ता बदल चुका है। जिस कारण अब पंजाब व हरियाणा में इसका आंशिक प्रभाव ही देखने को मिला। वर्तमान में इस मौसम प्रणाली के पूर्व में मुडने का प्रमुख कारण पाकिस्तान पर मौजूद कमजोर पश्चिमी विक्षोभ जो अपने साथ तेज़ पश्चिमी जेट हवाओं को लेकर आया है। जिसकी वजह से बंगाल की खाड़ी से आ रही दक्षिणी पूर्वी नमी वाली हवाओं और वेल मार्क लो प्रेशर एरिया को हरियाणा की बजाय उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की तरफ मुड़ना पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में कई जगहों पर भारी बारिश होगी
इसके अलावा गुजरात के तटीय इलाकों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी कमजोर पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बनने वाले चक्रवातीय सरकुलेशन की वजह मौसमी प्रणाली गुजरात पर न जाकर बल्कि उसका ट्रैक भी उत्तर-पुर्वी दिशा में हो गया है। अब उत्तरी मध्यप्रदेश और दक्षिणी उत्तर प्रदेश पर मौजूद वेलमारक औऱ अरब सागर व तटीय गुजरात पर मौजूद चक्रवातीय हवाओं का सरकुलेशन से उत्तर व उत्तरपूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है। वर्तमान मौसम प्रणाली आज से 18 सितंबर के बीच उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और नेपाल को प्रभावित करेगी। जिस कारण 15 से 18 सितंबर के बीच उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, अवध औऱ पश्चिमी नेपाल के इलाकों में अधिकतर जगहों पर भारी बारिश होगी। साथ ही 16 व 17 को पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में कई जगहों पर भारी से अति भारी बारिश होगी।
उत्तराखंड में बादल फटने की संभावना
उत्तराखंड में बहुत सी जगहों पर बादल फटने, भूस्खलन व बाढ़ की गतिविधियां होंगी और उत्तरी भारत की नदियों में उफान आने की संभावना बन रही है।वर्तमान में उत्तर प्रदेश में मौसम प्रणाली आज रात तक पहुंच जाएगी। आज़ मानसूनी रेखा जैसलमेर, कोटा से होती हुई वेलमारक लो प्रेशर एरिया के मध्य से होते हुए सतना, चुर्क, रांची, दीघा होते हुए उत्तर-पुर्वी बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। साथ ही एक ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पाकिस्तान पर बना हुआ है। इसके अलावा एक निचले स्तर का चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र गुजरात के तटीय इलाकों पर बना हुआ है। जो अगले 24 घण्टों में कमजोर होते हुए पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेगा औऱ मालवा के इलाकों पर आ जाएगा।
हरियाणा में अधिकतर स्थानों पर मौसम रहेगा साफ
इस दौरान हरियाणा के उत्तरी और पूर्वी जिलों में हल्की बिखराव वाली बारिश दर्ज की जाएगी। हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में उत्तरी और पूर्वी जिलों में आंशिक बादलवाही देखने को मिलेगी और शेष हरियाणा में मौसम साफ रहने की संभावना है। आज हरियाणा में अधिकतम तापमान 28.0 डिग्री से 34.0 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री से 26.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS