Weather Update : उत्तर भारत में फिर करवट लेगा मौसम, कल से हरियाणा व UP सहित इन राज्यों में बारिश की संभावना, येलो अलर्ट

Mausam Ki Jankari
उत्तर भारत के मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 22 अगस्त से अब तक लगातार मानसून ब्रेक की स्थिति बनी हुई है। साथ ही उमस और पसीने वाली गर्मी आगाज किए हुए है। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि पिछले काफी दिनों से हरियाणा व एनसीआर में पछुआ पवनों ने पूर्वी नमी वाली हवाओं को रोक रखा था और मानसून टर्फ रेखा उत्तरी तराई क्षेत्रों में प्रवेश करने से सम्पूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मानसून गतिविधियों में सुस्ती आई हुई है।
9 सितंबर से ही बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बनने से नमी वाली हवाओं का रूख मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार पर होने लगा है। इस दौरान आंशिक बादलवाही तो देखने को मिल रही परन्तु आमतौर पर मौसम शुष्क बना हुआ है। हालांकि अब हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में पिछले दो तीन दिनों से कहीं कहीं हल्की बिखराव वाली बारिश दर्ज की जा रही है। वर्तमान में मौसम प्रणाली मध्य प्रदेश पर सक्रिय है। साथ ही एक लो प्रेशर एरिया अरब सागर पर बन गया है। जैसे ही मौसम प्रणाली पूर्वी दक्षिणी राजस्थान पर पहुंच जाएगी और साथ ही वापिस घूमकर उत्तर पूर्व से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की और बढ़ेंगी।
14 से 17 सितंबर के दौरान बारिश
जिस कारण 14 से 17 सितंबर के दौरान उत्तर प्रदेश के साथ हरियाणा के उत्तरी और पूर्वी जिलों मेवात, पलवल, सोहना, तावडू, फरीदाबाद, गुड़गांव, सोनीपत, पानीपत, करनाल, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, पंचकूला, अंबाला, एनसीआर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में मध्यम और कुछ स्थानों पर तेज़ बारिश हो सकती है। हरियाणा के दक्षिणी जिलों महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुड़गांव, चरखी दादरी में हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही मध्य हरियाणा के कैथल, जींद, रोहतक और झज्जर में भी हल्की बारिश और पश्चिमी जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी में केवल बिखराव वाली हल्की बूंदाबांदी की गतिविधियों की संभावना बन रही है। भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके पर येलो अलर्ट जारी कर दिया है। किसान भाईयों को मौसम के अनुसार कृषि संबंधित कार्यों के करने की सलाह दी जाती है।
वर्तमान में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तर पाकिस्तान और भारत के पर्वतीय क्षेत्रों को प्रभावित कर रहा है। साथ ही बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ लो प्रेशर एरिया डिप्रेशन के रूप में पूर्वी मध्यप्रदेश पर आकर कमजोर होकर वेलमारक लो प्रेशर एरिया में तब्दील हो गया है जो पश्चिमी मध्यप्रदेश पर स्थित है। जो 14 सितंबर को दोपहर बाद उत्तर भारत की तरफ रुख करना शुरू करेगा, जिसकी वजह से हरियाणा, एनसीआर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 14-17 सितंबर के दौरान हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है। इस दौरान सम्पूर्ण इलाके में तेज़ गति से हवाएं चलने और साथ ही साथ सम्पूर्ण इलाके में बादलवाही देखने को मिलेगी।
इसके अलावा गुजरात के तटीय इलाकों से दूर दक्षिण-पश्चिमी दिशा में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। जो कल से गुजरात पर भारी बारिश की गतिविधियों को बढ़ावा देगा। इसके बाद 15 सितंबर को गुजरात पार करके पश्चिमी मध्यप्रदेश की तरफ बढेगा। इसके अलावा मानसून की टर्फ रेखा जैसलमेर, उदयपुर, गुना, मध्यप्रदेश- छत्तीसगढ़ से होते हुए हुए दक्षिण-पुर्वी बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में शाम बाद बिखरी हुई हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की जाएंगी। कहीं- कहीं तेज़ बरसात भी हो सकती है। पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली में आज रात्रि को भी सिमित स्थानों पर हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी।
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