Haryana Weather Update : 30 मार्च को फिर बदलेगा मौसम, पश्चिम विक्षोभ के चलते बारिश हुई तो होगा नुकसान

फतेहाबाद। मार्च मास में करीब 6 बार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से यहां रूक-रूक कर हो रही बारिश थमने का नाम नहीं ले रही। इस बेमौसमी बरसात से किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने 30 मार्च को एक ओर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई है। ऐसे में किसानों की परेशानियों ओर बढ़ जाएंगी।
इस महीने 4 से 5 मार्च को पहला पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ। उसके बाद 12 से 13 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक असर रहा। 17 से 20 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ के आने से यहां बरसात हुई और हवाएं चलने से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बिछ गई। हालांकि इस बरसात को पछेती गेहूं के लिए फायदेमंद बताया जा रहा था लेकिन इसके बाद फिर 23 से 25 मार्च को सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ से हुई बरसात ने बिछी फसल पर फिर पानी फेरा तो नुकसान की आशंका बढ़ गई।
ऐसे में कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश का दौर नहीं रूका तो बिछी गई गेहूं की फसल उठ नहीं पाएगी और गेहूं का दाना काला पड़ जाएगा। ऐसे में उत्पादन में प्रति एकड़ 20 से 25 फीसदी कमी आएगी। गेहूं का दाना काला पड़ने से उसकी गुणवत्ता भी कम होगी। शनिवार को धूप निकली तो किसानों को यह उम्मीद जगी कि तीन दिन धूप निकलने से गेहूं की बिछी फसल खड़ी हो जाएगी और नुकसान कम होगा। किसान अभी इस राहत बारे सोच ही रहे थे कि मौसम विभाग ने 30 मार्च की रात को फिर मौसम बिगड़ने की भविष्यवाणी कर दी।
हिसार स्थित एचएयू के मौसम विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदनलाल खिचड़ ने कहा कि 30 मार्च तक मौसम परिवर्तनशील परंतु खुश्क रहेगा। इस दौरान बीच-बीच में हलके बादल व हवाएं चलने की संभावना है, जिससे दिन के तापमान में हलकी बढ़ोतरी संभावित है परंतु एक ओर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 30 मार्च की रात्रि फिर से बरसात व हवाएं चलने की संभावना बन रही है। प्रदेश में मार्च माह में जब गेहूं की फसल पकने को तैयार है, बार-बार बारिश व हवाएं चलने से किसानों की धड़कने बढ़ रही हैं।
फतेहाबाद। बरसात से जमीन पर बिछी गेहूं की फस
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