हरियाणा बजट सत्र : विधानसभा में आज क्या-क्या हुआ, पढ़ें पूरी खबर

हरियाणा विधानसभा बजट-सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष कांग्रेस की ओर से मनोहरलाल सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, यह प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया लेकिन इसके पहले लगभग छह घंटे से ज्यादा वक्त सत्तापक्ष व विपक्ष में जमकर बहस हुई। यहां तक की सदन के नेता व मुख्यमंत्री मनोहरलाल को बोलते वक्त विपक्षी सदस्यों ने बार-बार टोका, इतना ही नहीं विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के बार-बार टोकने के बाद भी विपक्षी शांत नहीं हुए। जिस पर नाराज गुप्ता ने रघुबीर कादियान को सदन से बाहर कर देने की चेतावनी दी। बुधवार को भी किसानों के धरने, तीन कृषि बिलों, किसानों की मौत जैसे मुद्दों पर जमकर हंगामा, तू-तू-मैं-मैं हुई। कांग्रेस विधायक कईं बार विरोध प्रदर्शन व हंगामे के बीच स्पीकर की चेयर के सामने भी पहुंचे व चेतावनी के बाद में लौटे। सीएम ने सदन में बुधवार को कईं छोटे-छोटे किस्से सुनाएं व शायरना अंदाज में विपक्षी नेताओं को कहा-आपको गुमा है, मेरी उड़ान कम है/ मेरा यकीं है ये आसमान कम हैं। बुधवार को अंतिम चरण की कार्यवाही में तीन विधेयक भी सदन में पारित कर दिए गए।
सदन की कार्यवाही सुबह दस बजे शुरू हुई
बुधवार को सदन की कार्यवाही सुबह दस बजे से शुरु हुई। इस दौरान विधायकों ने अपने-अपने इलाकों की समस्याओं को सदन में उठाकर संबंधित विभागों के मंत्रियों से जवाब लिए। एक घंटे तक चली इस कार्यवाही के बाद में 11 बजे के बाद में अविश्वास प्रस्ताव के लिए दो घंटे का समय निर्धारित किया गया था। लेकिन सदन का वक्त आधा-आधा घंटे के लिए बढ़ते-बढ़ते छह घंटे से ज्यादा वक्त तक इस पर बहस, शोरगुल हंगामा हुआ। सीएम मनोहरलाल ने बुधवार को विपक्ष की हर बात का विस्तार से जवाब दिया, साथ ही किसानों के मुद्दे पर गुमराह करने, साजिश रचने के आरोप लगाते हुए इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक खेल बताया। सीएम और डिप्टी सीएम के हेलीकाप्टर और डिप्टी सीएम के कार्यक्रम नहीं होने देने को भी गलत परंपरा बताते हुए सीएम ने इशारों ही इशारों में साफ कर दिया कि पड़ोसी के घर में आग लगेगी, तो तपिश आपके यहां भी आएगी।
सीएम बोले कानून रद् नहीं होंगे
सीएम ने नेता विपक्ष और कांग्रेसी नेताओं पर आरोप लगाया कि वे पर्दे के पीछे से खेल कर रहे हैं। सीएम ने साफ कर दिया कि कानून रद् नहीं होंगे, दूसरा फिलहाल इस पर सुप्रीम कोर्ट का स्टे है। उन्होंने विपक्ष से अपील की है कि देश का माहौल सामान्य रखने में सहयोग दें। सीएम ने इस आंदोलन के कारण टोल पर होने वाले नुकसान और धरने प्रदर्शन के कारण दूसरों के कामकाज बंद हो जाने को लेकर भी कहा कि मेरा संवैधानिक अधिकार वहां समाप्त हो जाता है, जहां किसी दूसरे का शुरु होता है। सीएम ने देश के पीएम द्वारा दिए गए आश्वासन का जिक्र करते हुए कहा कि देश में किसानों की हितैषी सरकार है ,इसीलिए किसी भी बात की कोई चिंता की जररूत नहीं हैं। सीएम ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कईं किस्से भी सुनाए व कहा कि हवा में बात कर किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
रघुबीर कादियान काे दी सदन से बाहर करने की चेतावनी
सीएम द्वारा विपक्ष को दिए जा रहे जवाब के दौरान कांग्रेस के रघुबीर कादियान, कुलदीप वत्स आदि द्वारा खड़े होने पर स्पीकर गुप्ता ने कईं बार सीट से खड़े होकर टोका। नहीं बैठने पर उन्होंने कादियान को यहां तक चेतावनी दे डाली कि उन्हें सदन से बाहर कर दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि आंसू गैस छोड़ने, बैरिकेड लगाने की बात हम स्वीकार करते हैं, क्योंकि हम किसानों को दिल्ली नहीं जाने की अपील कर रहे थे। लेकिन 26 जनवरी को साफ हो गया कि इसके पीछे कौन लोग हैं। जिन्होंने लालकिले पर घटना को अंजाम दिया था। सीएम और डिप्टी सीएम, संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल सिंह ने इस दौरान तथ्यों के साथ में बताया कि कांग्रेस के वक्त में कौन कौन सी फसलों की खरीद एमएसपी पर हुआ करती थी। अब दस फसल हरियाणा खरीद रहा है लेकिन पंजाब व राजस्थान जहां पर कांग्रेस की सरकार हैं वहां किसानों की दो फसलों की ही खरीद हो रही है। राज्यपाल के अभिभाषण के पक्ष में असीम गोय़ल, कमल गुप्ता ने भी अपनी बात जमकर रखी व विपक्ष पर हमला बोला तो शोरगुल व हंगामा हुआ।
जजपा विधायकों ने सरकार की तारीफ की
खासतौर पर गोयल द्वारा कांग्रेस पर कईं हमले किए गए, तो काफी देर तक सदन बाधित रहा। सीएम ने नौकरियों, मूल निवास को लेकर उठाए सवालों के जवाब भी दिए। जजपा की ओऱ से ईश्वर सिंह गुहला विधायक और मंत्री अनूप धानक ने भी बात रखी व सरकार के कामकाज की तारीफ की। ईश्वर सिंह के बोलते वक्त कांग्रेसी सदस्यों ने बार बार टोकाटाकी की, तो ईश्वर सिंह ने कांग्रेस के वक्त में मिर्चपुर कांड की याद दिलाते हुए कहा कि खुद सीएम 11 दिनों के बाद में गांव में गए थे। आज भी वे परिवार धक्के खाने को मजबूर थे लेकिन अब सरकार ने उनकी भरपूर मदद करने का काम किया है।
हमने कभी फसल बर्बाद करने के कदम का समर्थन नहीं किया : हुड्डा
नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीएम को संबोधन के दौरान खड़े होकर कहा कि हमने कभी भी आत्महत्या करने के कदम का समर्थन नहीं किया ना ही फसल खराब बर्बाद करने जैसे कदमों का समर्थन किया है, इसीलिए अनर्गल आरोप लगाने का खेल बंद करना चाहिए।
गोपाल कांडा और कुलदीप बिश्नोई दिखाई दिए पहली बार
कांग्रेसी विधायक और पूर्व सीएम भजनलाल के पुत्र कुलदीप बिश्नोई सदन में पहली बार नजर आए। कुलदीप बुधवार को व्हिप जारी होने के कारण पहुंचे हुए थे। कुलदीप सदन में अधिकांश समय शांत ही बने रहे। इसके अलावा गोपाल कांडा सरकार के समर्थन में खड़े हुए और बोलने का मौका आया, तो अविश्वास का विरोध जताकर साफ कर दिया कि वे विपक्ष के साथ में नहीं हैं। कांडा ने यह भी कहा कि जब उन्होंने किसी का साथ दिया है, तो पूरा साथ दिया है। सराकर द्वारा उनके इलाके में विकास के कामकाज, मेडिकल कालेज बनवाने आदि पर जमकर प्रशंसा की। कांडा ने तो यहां तक बोल दिया कि इस आंदोलन में कुछ काली भेड़े घुसी हुई हैं। उन्होने कहा कि पूरा भारत गांवों में बसता है, मोदी और राज्य के सीएम गांवों व किसानों की समस्याओं को अच्छी तरह से जानते हैं।
...और जब शकुंतला खटक ने सीएम पर बोला हमला
सीएम द्वारा एक दिन पहले भावुक हो जाने के मामले में शकुंतला खटक ने बुधवार को लिखा हुआ भाषण पढ़ा साथ ही कहा कि सीएम यहां पर सियासी ड्रामा कर रहे हैं। नकली आंसू बहा रहे हैं हमारी पार्टी का कार्यक्रम था, महिलाएं पुरुषों से कम नहीं है। हमने ट्रैक्टर खींचा इसमें कोई बुराई नहीं है, लेकिन सीएम पर बहन बेटियों की चिंता सरकार को नहीं है। इस पर खड़े हुए शिक्षा व संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जमकर जवाब दिए व कहा कि किसानोंकी मौत के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है क्योंकि जिनकी उम्र ज्यादा है, उनको वहां पर बैठा रही है। जबकि इस तरह के लोगों को वहां पर नहीं बैठने देना चाहिए।
देवेंद्र बबली और जोगीराम सिहाग, गौतम रहे सरकार के साथ
भले ही जजपा विधायकों के सुर कईं बार बदले बदले नजर आते हैं। लेकिन बुधवार को दादा गौतम और देवेंद्र बबली, जोगीराम सिहाग सभी ने अविश्वास प्रस्ताव के विरुद्ध व सरकार के साथ में खड़े होकर दिखा दिया। बबली और सिहाग को लेकर पहले ही कईं तरह के कयास लगाए जा रहे थे।
प्रश्नकाल की शुरुआत कुछ इस तरह से रही
हरियाणा विधानसभा बजट सत्र 2021 की बुधवार को प्रश्नकाल के साथ सदन की शुरुआत हुई। सबसे पहले हरियाणा विधान सभा की ओर से सदन के नेता विधानसभा अध्यक्ष और नेता विपक्ष नहीं इस दौरान पूर्व सांसद की मृत्यु पर शोक जताया सभी ने 2 मिनट का मौन रखा। प्रश्नकाल में सबसे पहले सीमा तिरखा ने अपने इलाके के रेलवे ब्रिज और दुर्घटना आदि को लेकर विषय उठाया जिस पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जवाब दिया उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही ध्यान देंगे। डिप्टी सीएम ने बताया कि जो कार्य सीमा त्रिखा द्वारा कहा जा रहा है उसके लिए 15 करोड़ का रब एस्टीमेट तैयार किया जा चुका है। इसके अलावा एनआईटी फरीदाबाद के विधायक नरज शर्मा अपने इलाके में जलभराव की समस्या उठाई।
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