तापमन में बढ़ोतरी होने के साथ ही गेहूं कटाई शुरू, कम्बाइनों की डिमांड बढ़ी, 10 अप्रैल तक मंडियों में गेहूं की आवक में आएगी तेजी

हरिभूमि न्यूज. फतेहाबाद
मार्च मास में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश व हवाएं चलने के बाद बुधवार से मौसम साफ हो गया है। बुधवार को अचानक तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिस कारण खेतों में पककर तैयार खड़ी गेहूं की फसल की कटाई शुरू हो गई। गेहूं कटाई का काम शुरू होते ही कम्बाइनों क डिमांड भी बढ़ गई है। सरसों की आवक भी मण्डियों में तेज हो गई है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना जताई है।
मार्च मास में 5 से 6 बार पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ तो बरसात व बादलवाई चलती रही, जिस कारण मार्च मास का महीना सामान्य से ठंडा रहा। यही वजह है कि पछेती गेहूं को कलाइमेट अनूकुल मिलने से वह पककर तैयार हो गई। अब अगेती व पछेती गेहूं की कटाई एक साथ होगी। अगेती गेहूं की फसल की कटाई का काम जिले में शुरू हो गया। गांव माजरा के किसान पहलवान, जगदीश नायक, सुरेन्द्र के खेतों में कम्बाईन से गेहूं कटाई का काम शुरू हो गया। बता दें कि बारिश से अगेती गेहूं की फसल कुछ क्षेत्रों में बिछ गई थी। जहां पर ओलावृष्टि नहीं हुई, उन गांवों में अब गेहूं की फसल अच्छी पकी हुई है और इन क्षेत्रों में उत्पादन भी बढ़ने के आसार है। तापमान में आई बढ़ोतरी से इसके नुकसान की आशंका भी कम हो गई है। अब किसानों की गेहूं पककर कटने को तैयार हैं। इसके लिए खेतों में मजदूर व कम्बाईन लाने की तैयारियां चल रही हैं वहीं कुछ किसानों ने गेहूं कटाई शुरू भी कर दी है। माना जा रही है कि आने वाले 3-4 दिनों में मण्डियों में गेहूं की आवक जोर पकड़ लेगी। जिले में इस समय 1 लाख किसानों में से 60 हजार किसानों मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर गेहूं व सरसों का पंजीकरण करवा रखा है।
कई किसानों की फसल खेतों में पड़ी नष्ट हो गई
पिछले दिनों बरसात के कारण किसानों ने सरसों की कटाई का काम रोक दिया था। कई किसानों की फसल खेतों में पड़ी नष्ट हो गई और मंडियों में भी सरसों की फसल आनी बंद हो गई थी। बुधवार को मौसम खुला तो सरसों की आवक भी शुरू हो गई। फतेहाबाद, भट्टू व भूना की अनाज मंडियों में इस समय सरसों की आवक जोरों पर है। हैफेड ने अब तक करीब 7 हजार क्विंटल सरसों की खरीद की है। हैफेड सरसों को न्यूनतम समर्थन मूल्य 5450 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीद रहा है जबकि निजी खरीददार सरसों में नमी बताकर 500 रुपये कम दाम दे रहे हैं। हैफेड नैफेड के लिए सरसों की खरीद कर रहा है। वैसे तो सरसों की सरकारी खरीद 15 मार्च से शुरू हो गई थी लेकिन बीच में बरसात के चलते मण्डियों में इसकी आवक कम रही। निजी खरीददार किसान से 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल के करीब ही सरसों की खरीद कर रहे हैं।
30 अप्रैल तक खेतों से गुजर रही ग्रामीण फीडरों की बिजली सप्लाई बंद
खेतों में गेहूं की फसल पककर कटने को तैयार है तो विद्युत निगम ने आज से 30 अप्रैल तक खेतों से गुजर रही ग्रामीण फीडरों की बिजली सप्लाई बंद कर दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब दिन की बजाय रात को बिजली दी जाएगी। इसकी वजह दिन के समय कम्बाईन से जब किसान गेहूं की कटाई कर रहे होते हैं तो कम्बाइन के ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन तारें हवा में झूलकर टकरा जाती हैं जिससे अनहोनी का खतरा बना रहता है या फिर हवाएं चलने से तारों के आपस में टकराने व स्पार्किंग होने से गेहूं की फसल में आग लगने का खतरा बना रहता है। बीते वर्ष भी जिले में दर्जनों जगह गेहूं की फसल में आग लगने की घटनाएं घट चुकी हैं। एक तो धूप, ऊपर से पककर तैयार गेहूं बारूद की तरह ही आग को पकड़ती है।
गेहूं खरीद को लेकर मंडियों में किए गए प्रबंध
सरकार की तरफ से गेहूं की सरकारी खरीद एक अप्रैल से शुरू हो चुकी है लेकिन पिछले दिनों बरसात व हवाओं के कारण अभी गेहूं मण्डियों में नहीं आई। उम्मीद है कि 2-3 दिन में गेहूं मण्डियों में आनी शुरू होगी। गेहूं खरीद को लेकर मण्डियों में पूरे प्रबंध कर लिए गए हैं। गेहूं को हैफेड, डीएफएससी, हरियाणा वेयर हाउस व हरियाणा एग्रो द्वारा खरीद की जाएगी। इन एजेंसियों को दिन अलाट कर दिए गए हैं। जिस एजेंसी की शनिवार को खरीद की जिम्मेवारी होगी, रविवार को भी वही एजेंसी गेहूं की खरीद करेगी। - विकास सेतिया, सचिव मार्केंट कमेटी फतेहाबाद
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