गड़बड़ : जांच से पहले बरसात में भीगा गेहूं पहुंचा राशन डिपो

हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में गड़बड़ किसी से छुपी नहीं है। विभाग की लापरवाही के कारण एक सप्ताह पहले कोसली की अनाज मंडी में मूसलाधार बरसात के कारण भीगे सैकड़ों गेहूं की बोरियों की जांच अभी चल ही रही है। इसी बीच भीगे हुए गेहूं की बोरियां जिले के राशन डिपो तक पहुंच गई। भीगे हुए गेहूं के राशन डिपो तक पहुंचने की सूचना के बाद इस मामले की जांच कर रहे रेवाड़ी एसडीएम रविन्द्र यादव खुद पिछले 24 घंटे के दौरान शहर के कई राशन डिपो पर पहुंचे और वहां से गेहूं के सैंपल एकत्रित किए है। इतना ही नहीं डिपो होल्डर के बयान भी दर्ज किए गए हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार जांच से बचने के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने गेहूं की इन बोरियों को राशन डिपो तक पहुंचा दिया।
सूत्रों के अनुसार इस बार राशन डिपो पर बिठवाना मंडी से राशन पहुंचना था और यहीं का रिलीज ऑर्डर (आरओ) कटा गया था। लेकिन सप्लायर के जरिए बिठवाना मंडी की बजाए कोसली मंडी में गत दिनों बरसात के कारण भीगे गेंहू को राशन डिपो तक पहुंचा दिया गया। इसमें विभाग की भूमिका संदिग्ध है, क्योंकि 19 मई को तेज बरसात में गेहूं भीगने की जानकारी के बाद डीसी यशेन्द्र सिंह ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। जांच एसडीएम रेवाड़ी रविन्द्र यादव को सौंपी गई थी।
दो दिन में कई डिपो पर लिए सैंपल
एसडीएम रेवाड़ी रविन्द्र यादव इस मामले की जांच कर रहे है। डिपो तक भीगा हुआ गेहूं पहुंचने की सूचना के बाद एसडीएम ने मंगलवार को और बुधवार को करीब एक दर्जन राशन डिपो पर पहुंचकर गेहूं के सैंपल लिए है। इसके साथ ही खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी व डिपो होल्डर के बयान भी दर्ज किए गए हैं।
...आखिर बंद क्यो राशन डिपो
कुछ दिन पहले ही डीसी यशेन्द्र सिंह ने पूरे माह राशन डिपो खुले रखने के आदेश दिए थे, लेकिन सोमवार के बाद से ही कुछ राशन डिपो की दुकानें बंद है। मंगलवार को भी कई राशन डिपो बंद मिले। इसे एसडीएम की कार्रवाई से ही जोड़कर ही देखा जा रहा है, क्योंकि एसडीएम रविन्द्र यादव 24 घंटे के दौरान कई राशन डिपो पर जांच के लिए पहुंचे थे।
डीसी ने पहले ही दिए थे तिरपाल ढकने के आदेश
दरअसल, ताऊ-ते तूफान के कारण बदले मौसम के बीच 15 मई को ही डीसी यशेन्द्र सिंह ने अनाज मंडी में खुले आसमान तले पड़े गेहूं और सरसों पर तिरपाल ढकने के आदेश दिए थे, लेकिन उसके बावजूद अधिकारियों ने डीसी के आदेशों को अनसुना कर दिया, जिसके कारण एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनों गेहूं के कट्टे 19 मई को दिनभर तेज बारिश में भीगते रहे। डीसी ने उसी रात मामले की जांच के आदेश दिए थे। उसके अगले दिन अधिकारियों ने भीगे हुए ही गेहूं की बोरियों पर तिरपाल ढक दिया और अब उसी गेहंू को राशन डिपो तक पहुंचा दिया।
मामले की जांच की जा रही है
बरसात में गेहूं भीगने के मामले की जांच की जा रही है। इसी जांच के सिलसिले में रेवाड़ी के कुछ डिपो पर गेहूं के सैंपल लिए गए हैं। -रविन्द्र यादव, एसडीएम, रेवाड़ी।
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