इस एप से किसान घर बैठे किराए पर ले सकते हैं कृषि यंत्र

मोबाइल फोन को सूचना क्रान्ति की सबसे बड़ी खोज कहा जा सकता है। अपनी उपयोगिता के कारण आज यह हर व्यक्ति की जेब में मौजूद है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपयोगिता साबित करने के बाद अब तो यह कृषि से जुड़े कामों में भी काफी मददगार साबित हो रहा है।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा हर साल सीआरएम और स्मैम जैसी विभिन्न स्कीमों के अंतर्गत किसानों तथा कस्टम हायरिंग सैंटरों को कई तरह के कृषि यंत्र व मशीनें अनुदान पर मुहैया करवाई जाती हैं। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसानों की सुविधा के लिए 'फाम्र्स' के नाम से विकसित किया गया मोबाइल ऐप जरूरतमंद किसानों तक इन मशीनों को पहुंचाने में काफी मददगार साबित हो सकता है। किसान गूगल प्ले स्टोर से इस ऐप को डाउनलोड करके अपना पंजीकरण कर सकते हैं।
विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि 'फार्म्स' मोबाइल एप की सहायता से किसान भाई घर बैठे अपने जिले और 150 किलोमीटर तक के कस्टम हायरिंग सैंटरों का पता, उनके पास उपलब्ध कृषि यंत्रों की सूची, किराया सूची आदि की जानकारी ले सकते हैं तथा बुकिंग भी करवा सकते हैं । इसके अलावा, अगर कोई किसान भाई अपना कृषि यंत्र या मशीन किराए पर देना चाहता है तो वह इस मोबाइल ऐप पर पंजीकरण करके अपना पूरा विवरण दर्ज कर सकता है ताकि दूसरे किसान भी उनसे किराए पर ये उपकरण ले सकें।
उन्होंने बताया कि इससे लघु एवं सीमांत किसानों को ये कृषि यंत्र व मशीनें किराए पर मिल सकेंगी, वहीं इन्हें किराये पर देने वाले कस्टम हायरिंग सेंटरों और किसानों को को भी अतिरिक्त आमदनी हो सकेगी। किसान अपने एंड्रायड मोबाइल फोन द्वारा यह कार्य आसानी से कर सकते हैं। इस मोबाइल एप पर जिले के लगभग सभी कस्टम हायरिंग सैन्टर रजिस्टर्ड हैं।
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