साधन संपन्न बेटों के मां की ऐसी दुर्दशा : गर्मी से महिला की मौत, एक सप्ताह तक घर में सड़ता रहा शव, कई साल से रहती थी अकेली

साधन संपन्न बेटों के मां की ऐसी दुर्दशा : गर्मी से महिला की मौत, एक सप्ताह तक घर में सड़ता रहा शव, कई साल से रहती थी अकेली
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प्रेमवती (58) तारानगर में अकेली रहती थी। पति की मौत के बाद उन्होंने अपने तीनों बच्चों का पालन-पोषण किया। उन्होंने एक बेटी और दो बेटों की शादी कर दी। बेटी और एक बेटे का परिवार उसके घर से थोड़ी दूरी पर रहता है।

हरिभूमि न्यूज : सोनीपत

अपने जीवन में महिला सशक्तिकरण को नए मायने देने वाली प्रेमवती की मौत हो गई। दो बेटों और एक बेटी की मां को अंतिम समय में किसी का सहारा नहीं मिल सका। तारा नगर स्थित घर में बदहाली में प्रेमवती ने अपने जीवन की आखिरी सांस ली। एक सप्ताह तक घर में शव पड़ा हुआ सड़ता रहा। पड़ोसियों को दुर्गंध आई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची तो प्रेमवती का शव मिला। शव को नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया। चिकित्सकों के अनुसार गर्मी के चलते एक सप्ताह पहले महिला की मौत हुई है।

पुलिस ने बताया कि प्रेमवती (58) तारानगर में अकेली रहती थी। पति की मौत के बाद उन्होंने अपने तीनों बच्चों का पालन-पोषण किया। उन्होंने एक बेटी और दो बेटों की शादी कर दी। बेटी और एक बेटे का परिवार कबीरपुर में ही उनके घर से थोड़ी दूरी पर रहता है, जबकि एक बेटा परिवार सहित रेलवे स्टेशन के पास रहता है। पड़ोस में रहने वाले विनोद मलिक ने बताया कि बुजुर्ग महिला के घर से दुर्गंध आ रही थी। उनके बेटों का पता हमारे पास नहीं था। इस पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। पुलिस ने रात में दरवाजा खोलकर देखा तो बुजुर्ग का क्षत-विक्षत शव पड़ा था। पुलिस ने तलाश कराकर उनके बेटों को सूचना दी और शव को पोस्टमार्टम को भिजवाया। बुजुर्ग की पुत्रवधु ने बताया कि उनकी सास कई साल से अकेली रहती थी। वह देखभाल के लिए आते रहते थे। अब कुछ समय से वह नहीं आ पाए थे। पुलिस और आसपास के लोगों ने उनकी मौत की सूचना दी।

बिलों का भुगतान ना होने के कारण काट दिए थे कनेक्शन

बताया गया है कि प्रेमवती के दोनों बेटों का अच्छा कारोबार है और वह संपन्न हैं, लेकिन बुजुर्ग प्रेमवती की देखभाल कोई नहीं करता। वह तारानगर के अपने घर में 35 साल से रह रही है। बुजुर्ग के पास जीवन-यापन की भी व्यवस्था नहीं थी। वह राशन पर मिलने वाले खाद्यान्न पर ही निर्भर थी। बिल का भुगतान नहीं होने पर एक साल पहले बिजली-पानी और सीवर के कनेक्शन काट दिए गए थे। आसपास के लोग कई बार सहायता कर देते थे। ज्यादातर समय उनके घर का दरवाजा बंद रहता था।

पति की मौत के बाद चलाती थी ई-रिक्शा

बताया गया है कि प्रेमवती ने पति की मौत के बाद ई-रिक्शा लिया था और दिनभर ई-रिक्शा चलाकर अपना जीवन यापन करती थी। प्रेमवती जिले की पहली ई-रिक्शा चालक महिला भी थी। उनकी प्रेरणा से कई अन्य महिलाएं आज ई-रिक्शा चलाती हैं। तीन साल पहले घर के बाहर से उनकी ई-रिक्शा को चोरी कर लिया गया। शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन ई-रिक्शा नहीं मिली। इसके बाद आर्थिक स्थिति कमजोरे के चलते दूसरा ई-रिक्शा भी नहीं खरीद सकी। उसके बाद से वह ज्यादातर समय अपने ही घर में बंद रहती थी। किसी स्वजन या रिश्तेदार ने उनकी सुध नहीं ली। इसी हाल में प्रेमवती ने कब अंतिम सांस ली, किसी को पता नहीं चला।

गर्मी को मौत की वजह बताया

पड़ोसियों ने दुर्गंध की सूचना दी थी, इसके बाद टीम मौके पर पहुंची थी। घर के अंदर महिला का शव मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गर्मी को मौत की वजह बताया गया है। मौत लगभग एक सप्ताह पहले हुई थी, विसरा जांच के लिए भेज दिया गया है। - एसआई संदीप कुमार, जांच अधिकारी, थाना सिविल लाइन।

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