परिवार नियोजन में महिलाएं आगे, नसबंदी करवाने में पुरुष नहीं दिखा रहे रूचि, देखें ये आंकड़े

परिवार नियोजन में महिलाएं आगे, नसबंदी करवाने में पुरुष नहीं दिखा रहे रूचि, देखें ये आंकड़े
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सरकार महिलाओं व पुरुषों में नसंबदी योजना बढ़ाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। सरकार इसकी एवज में प्रोत्साहन राशि दो हजार रुपये भी दे रही है। इसके बावजूद जिले के पुरुष नसबंदी कराने में रुचि नहीं ले रहे

महेश कुमार : महेंद्रगढ़

सरकार की ओर से परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके बावजूद भी नसबंदी कराने में पुरुषों का खास रुझान नजर नहीं आ रहा है। महेंद्रगढ़ जिले में पुरुष नसंबदी करवाने को लेकर हर साल आंकड़ा तो बढ़ रहा है, लेकिन लक्ष्य से अभी भी काफी दूर है। महिलाओं के मुकाबले में केवल पांच प्रतिशत पुरुष नसबंदी करा रहे हैं। सरकार महिलाओं व पुरुषों में नसंबदी योजना बढ़ाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। सरकार इसकी एवज में प्रोत्साहन राशि दो हजार रुपये भी दे रही है। इसके बावजूद जिले के पुरुष नसबंदी कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं। जिसके चलते पुरुषों की नसबंदी न के बराबर हो रही है। वर्ष 2021 में 1023 महिलाओं ने नलबंदी तथा 57 पुरुषों ने नसबंदी कराई थी। जबकि इस वर्ष एक अप्रैल से 6 दिसंबर तक 858 महिलाओं ने नलबंदी तथा 24 पुरुषों ने नसबंदी कराई है।

सरकार प्रोत्साहन राशि देकर लुभा रही

सरकार परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए पुरुष को नसबंदी कराने पर 2000 रुपये प्रोत्साहन राशि भी देती है। वहीं महिलाओं को नलबंदी कराने पर 1400 रुपये मिलते हैं। इसके लिए लाभार्थी को बैंक खाता व आधार कार्ड की प्रति साथ लानी होगी। इसी कड़ी में अगर किसी महिला को आपरेशन के तहत डिलीवरी हुई है और उसी दौरान व परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराए तो उस महिला को सरकार की तरफ से 2300 रुपये मिलते हैं। पहले यह राशि नकद दी जाती थी। वर्ष 2016 के बाद यह राशि बैंक खाते में डाली जाती है। जिसके लिए आधार कार्ड व किसी भी बैंक में खाता खुला होना चाहिए। इसके अलावा दो सौ रुपये आशा वर्कर को सरकार की तरफ से मिलते हैं ताकि गांवों में महिलाओं को नसबंदी व पुुरुषों को नलबंदी के लिए जागरूक किया जा सके।

लोगों को किया जा रहा जागरूक

एसएमओ डॉ. मोना यादव ने बताया कि पुरुष नसबंदी करवाने को लेकर हर साल आंकड़ा तो बढ़ रहा है, लेकिन लक्ष्य से अभी भी काफी दूर हैं। महिलाओं के मुकाबले में पुरुष नसबंदी का आंकड़ा अभी कम है। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाकर भी जागरूक किया जा रहा है। महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की नसबंदी आसान और सुरक्षित है। लेकिन पुरुषों में नसबंदी को लेकर भ्रांतियों के कारण वे आगे नहीं आ रहे हैं। पुरुष नसबंदी से उनकी यौन क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। पुरुष नसबंदी में अधिकतम 15 मिनट का समय लगता है। उन्हें प्रोत्साहन राशि के रूप में सरकार दो हजार रुपये दे रही है।

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