Commonwealth Games 2022 : हरियाणा की पहलवान अंशु मलिक ने कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए किया क्वालीफाइ

हरिभूमि न्यूज. जींद
गांव निडानी की लाडली महिला पहलवान अंशु मलिक ने 57 किलो भार वर्ग में कॉमनवेल्थ गेम के लिए क्वालीफाइ किया है। लखनऊ में आयोजित की गई ट्रायल में अंशु मलिक ने चार महिला पहलवानों को पटखनी देकर भारतीय महिला पहलवान दल में अपनी जगह बनाई है। अगस्त 2022 में इंग्लैंड में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में अंशु मलिक द्वारा क्वालीफाइ किए जाने पर परिजनों तथा गांव में खुशी का माहौल है।
अंशु मलिक पहली ऐसी महिला पहलवान है जो कुश्ती वर्ल्ड प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंची थी। हालांकि अगस्त 2021 में हुए ओलंपिक में अंशू पदक देश की झोली में नहीं डाल पाई लेकिन कुश्ती वर्ल्ड प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया था। दूध, लस्सी, देशी घी तथा ड्राइ फ्रूट को डाइट में शामिल करने वाली अंशू मलिक का अगला लक्ष्य कॉमनवेल्थ गेम में देश को गोल्ड दिलाने के साथ साथ वर्ष 2024 में आयोजित होने वाले ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड जीतना है। सुरेंद्र सिंह मैमोरियल खेल स्कूल निडानी में अंशु मलिक अपने कोच जगदीश श्योराण और दलीप सिंह मलिक की देखरेख में तैयारी कर रही है। हर रोज तीन घंटे सुबह तथा तीन घंटे शाम को प्रैक्टिस कर रही है। इसके अलावा उसकी डाइट का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है। अंशु मलिक के पिता धर्मबीर मलिक ने बताया कि अंशु ने 57 किलो भार वर्ग में कॉमनवेल्थ गेम के लिए क्वालीफाइ कर लिया है। अंशु का परिवार पहलवानों का परिवार है और वो अंशु के गेम पर उसकी तरह ही पूरा फोकस किए हुए हैं।
बता दें कि अंशु मलिक के पिता धर्मबीर मलिक अपने जमाने के जाने-माने पहलवान रहे हैं। अंशु ने मात्र 11 साल की उम्र से ही अपने भाई अंकित से प्रेरित होकर कुश्ती की दुनिया में कदम रखा। अंशु मलिक के दादा वीर सिंह पूर्व अंतरराष्ट्रीय एथलीट हैं। ताऊ हरियाणा केसरी पवन कुमार साउथ एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता पहलवान हैं।
अपने पिता धर्मवीर के साथ महिला पहलवान आशु मलिक।
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