पहलवान योगेश्वर दत्त के साले पर हत्या का आरोप, पकड़ने से डर रही पुलिस

पहलवान योगेश्वर दत्त के साले पर हत्या का आरोप, पकड़ने से डर रही पुलिस
X
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि राजनीति पहुंच के चलते पुलिस वाले मामले को बदलने व हत्यारोपित को नहीं पकड़ रहे।

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे... यह कहावत आजकल खाकी के जवानों पर बिलकुल स्टीक बैठ रही है। सदर थाना क्षेत्र के गांव भठगांव में टैक्सी चालक की गोली मारकर हत्या करने की वारदात में आरोपित भाजपा नेता व अंतर्राष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त उर्फ योगी के हत्यारोपित साले को खाकी के जवान पकड़ने में फिसड्डी साबित हो रहे है। हत्या के मामले में दस दिन बीत चुके हैं।

जबकि मामले में सदर थाना व सीआईए-1 में तैनात खाकी के जवानों के हाथ खाली हैं। मृतक के परिजन मामले में न्याय को लेकर पुलिस अधीक्षक के सामने गुहार लगा चुके हैं। परिजनों का आरोप है कि राजनीति पहुंच के चलते उनकी सुनवाई नहीं हो रही। बल्कि मामले को बदलने तक का काम किया जा रहा है। उक्त मामले में पुलिस दो आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। मामले को लेकर पुलिस के आला अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं।

यह था मामला

गांव भठगांव माल्यान निवासी अजय सिंह ने 15 मार्च को सदर थाना पुलिस को शिकायत देकर बताया था कि वह गुरुग्राम में टैक्सी चलाता है। उनके गांव के परविंदर सिंह के घर में शादी थी। शादी समारोह में शामिल होने के लिए वह अपने चचेरे भाई सतपाल (31) के साथ गया था। रात में करीब साढ़े नौ बजे जब वह समारोह में पहुंचे तो वहां लोगों की भीड़भाड़ थी। इसी बीच सामने से हरीश, सचिन और एक अन्य आ गए। वह हाथ में डोगा बंदूक लिए हुए थे। उसके भाई को देखकर हरीश व सचिन कहने लगे कि सतपाल आ गया। इस पर उन्होंने एक अन्य से बंदूक ले ली। वह उनके पास आए और बंदूक सतपाल के सीने पर तान दी। वह कहने लगे कि उसे पहले हुए झगड़े का मजा चखाते हैं। यह कहकर उन्होंने सतपाल के सीने में गोली मार दी। गोली चलने से शादी समारोह में भगदड़ मच गई। अजय अपने घायल भाई सतपाल को लेकर रोहतक के गांव खेड़ी साध स्थित निजी अस्पताल में पहुंचा। जहां उपचार के दौरान देर रात सतपाल की मौत हो गई। मामले की सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और अजय कुमार के बयान पर सचिन, हरिश व अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम रोहतक पीजीआई में करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया था।

राजनीति पहुंच के सामने खाकी के जवान फीके

टैक्सी चालक की हत्या के मामले में भाजपा नेता योगेश्वर दत के साले हरिश का नाम सामने आया हैं। जिसके बाद राजनीति हलचल तेज हो गई। मामले में खाकी के जवान नेता व पहलवान के साले को पकड़ने में नाकाम साबित हो रहे हैं। परिजनों का आरोप हैं कि पुलिस राजनीति दबाब के चलते नेता के साले को नहीं पकड़ रही। जबकि मामले में दो आरोपितों को पहले काबू कर चुकी हैं।

जांच अधिकारी की दबंगई, सीआईए में सरपंच तक को लगाई फटकार

मृतक के चचेरे भाई अजय ने बताया कि मामले को सदर थाना पुलिस से लेकर सीआईए-1 को सौंपा गया। उक्त मामले के जांच अधिकारी से मिलने वह गांव के मौजूदा लोगों व सरपंच के साथ पहुंचा। जहां बातचीत के दौरान जांच अधिकारी बतमीजी से बातचीत करने लगा। विरोध करने पर गांव के सरपंच तक को धमकाने लगा। उनके मामले में निष्पक्ष जांच करने की बजाय उनपर दबाव की स्थिति पैदा करने लगा। जिसके चलते पुलिस अधीक्षक से मिलकर जांच अधिकारी के बारे में अवगत करवा चुके हैं।

शराब के नशे में थे धुत, मांग रहे थे शराब के लिए पानी

परिजनों से जानकारी मिली की शादी समारोह में सतपाल शिरकत करने के लिए गया हुआ था। उसी दौरान हरिश, सचिन व उसके दोस्त शराब पी रहे थे। शराब पीने के लिए उन्होंने सतपाल से पानी मांगा। पानी मांगने के दौरान सतपाल से गाली-गलौच करने लगे। गाली-गलौच का विरोध करने पर उसके सीने पर बंदूक अड़ाकर गोली मार दी। जिसकी रोहतक के निजी अस्पताल में मौत हो गई।

दोस्त के लाइंसेसी हथियार लेकर गए थे आतिशबाजी करने

गिरफ्तार आरोपित सागर ने पुलिस को बताया कि उसके पास डोगा व 315 बोर का लाइसेंसी हथियार हैं। भठगांव में 15 मार्च को शादी समारोह में शिरकत करने जा रहे उसके दोस्त हरिश व सचिन ने उससे दोनों हथियार ले लिए। उसके बाद उन्हें लेकर शादी समारोह में आतिशबाजी करने के लिए चले गए। उसे जानकारी मिली की शादी समारोह में हुई कहासुनी के चलते उसके लाइसेंसी हथियार से सतपाल नाम के युवक को गोली मार दी। पुलिस ने आरोपित सागर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया हैं।

पुलिस बता रही इतफाक से लगी गोली

पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने मामले की जांच सदर थाना पुलिस से बदलकर सीआईए-1 को सौंपी हैं। जांच अधिकारी सोमदत्त का कहना हैं कि लाइसेंसी डोगे से सतपाल को गोली मारी गई हैं। शराब के नशे में हरिश, सचिन व उसके दोस्त आतिशबाजी कर रहे थे। जांच में सामने आया हैं कि नेता के साले ने शादी समारोह में हवाई फायर किया था। जबकि गोली सचिन से सतपाल को गोली इतफाकिय लगी हैं। हरिश की गिरफ्तारी के बाद मामला सही तरह से स्पष्ट हो पायेगा।

दो पकड़े जा चुके हैं

मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका हैं। आरोपित सागर को अदालत ने रिमांड पर भेजा हैं। हत्यारोपित हरिश वारदात के बाद फरार हैं। पुलिस टीमें हत्यारोपित को पकड़ने के लिए संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। जल्द आरोपित को काबू कर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। -रविंद्र कुमार, प्रभारी सीआईए-1

Tags

Next Story