सड़क हादसे में युवक की मौत, ग्रामीणों ने जींद-हांसी मार्ग लगाया जाम

सड़क हादसे में युवक की मौत, ग्रामीणों ने जींद-हांसी मार्ग लगाया जाम
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गांव जलालपुरा खुर्द निवासी अमरजीत (20) बुधवार सुबह बाइक पर सवार होकर कार्यवश पटियाला चौक पर जा रहा था। औद्योगिक क्षेत्र के निकट जब वह लिंक मार्ग से जींद-हांसी मार्ग पर चढ़ा तो पीछे से आ रहे तेजरफ्तार डंफर ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी और रौंदते हुए निकल गया। जिसमें अमरजीत की मौके पर ही मौत हो गई।

हरिभूमि न्यूज. जींद

हांसी रोड औद्योगिक क्षेत्र के निकट बुधवार सुबह तेजरफ्तार डंफर की चपेट में आने से हुई बाइक सवार युवक की मौत (Death) से खफा ग्रामीणों ने शव को जींद-हांसी मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। परिजनों द्वारा रखी गई मांगों ने अधिकारियों के पसीने छुडाए रखे। तीन घंटे से बाधित जींद-हांसी मार्ग (Jind-Hansi Road) को खुलवाने के लिए एसडीएम सत्यवान मान, डीएसपी धर्मबीर खर्ब, तहसीलदार मनोज अहलावत, शहर थाना प्रभारी रामकुमार दहिया, सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार, सीआईए प्रभारी विरेंद्र खर्ब मौके पर बने रहे। जाम को लम्बा खींचता देख हिसार तथा बरवाला की तरफ से आने वाले वाहनों को डायवर्ट किया गया।

गांव जलालपुरा खुर्द निवासी अमरजीत (20) बुधवार सुबह बाइक पर सवार होकर कार्यवश पटियाला चौक पर जा रहा था। औद्योगिक क्षेत्र के निकट जब वह लिंक मार्ग से जींद-हांसी मार्ग पर चढ़ा तो पीछे से आ रहे तेजरफ्तार डंफर ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी और रौंदते हुए निकल गया। जिसमें अमरजीत की मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देकर चालक डंफर को मौके पर छोड़ फरार हो गया। ग्रामीणों को जब घटना के बारे में पता चला तो वे मौके पर पहुंच गए और शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने मांग की कि जींद-हांसी मार्ग पर ब्रेकर बनाया जाए। मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी तथा आर्थिक सहायता दी जाए। फरार डंफर चालक को गिरफ्तार किया जाए।


जाम लगने की सूचना पाकर पटियाला चौक चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन ग्रामीणों ने शव को उठाने से मना कर दिया। जिसके बाद डीएसपी धर्मबीर खर्ब मौके पर पहुंचे और परिजनों को मनाने की कोशिश की लेकिन वे भी नाकाम रहे। बाद में एसडीएम सत्यवान मान तथा तहसीलदार मनोज अहलावत को मौके पर बुलाया गया लेकिन बात फिर भी नहीं बन पाई। ग्रामीण अधिकारियों के समक्ष रखी गई मांगों को तत्काल प्रभाव से पूरी करने पर अड़े रहे। जाम के लम्बा खिचंने और ग्रामीणों के जींद-हांसी मार्ग पर डटे रहने से अधिकारियों के पसीने छूटे रहे।

जिस जगह हादसा हुआ उसी जगह पिता की भी कटी थी टांग

जिस जगह पर अमरजीत सड़क हादसे का शिकार हुआ, कई वर्ष पहले उसी जगह पर उसका पिता बलवान भी सड़क हादसे में घायल हुआ था। जिसमे बलवान की टांग कट गई थी। पिता के दिव्यांग होने पर परिवार का पालन पोषण अमरजीत पर था। अमरजीत गांव में हेयर शैलून चलाता था। अमरजीत के अलावा परिवार में छोटा भाई तथा बहन व मां भी है। ग्रामीणों का कहना था कि लिंक मार्ग मिलने के कारण यहां टी प्वायंट बनता है जिसके चलते अक्सर हादसे होते रहते है। उन्होंने मांग की यहां पर स्पीड ब्रेकर बनाया जाना बहुत जरूरी है।

शहर थाना प्रभारी रामकुमार ने बताया कि परिजनों के सामने हर प्रकार की बात रखी जा चुकी है लेकिन परिजन सरकारी नौकरी की तत्काल मांग कर रहे हैं। जिसके लिए सरकारी नौकरी मांगी जा रही है वह सातवीं पास है। फिलहाल परिजनों के साथ बातचीत का सिलसिला जारी है।

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