कनाडा भेजने के नाम पर कैथल के युवक को कोलकाता में बनाया बंधक, हरियाणा पुलिस ने छुड़वाया, 5 अपहरणकर्ता गिरफ्तार

कनाडा भेजने के नाम पर कैथल के युवक को कोलकाता में बनाया बंधक, हरियाणा पुलिस ने छुड़वाया, 5 अपहरणकर्ता गिरफ्तार
X
कैथल के बाकल गांव के अमृत पाल के अनुसार उसका भाई विक्रम कनाडा जाना चाहता था। उसके ही गांव के व्यक्ति के माध्यम से कुछ लोग उसे 28 अक्तूबर को कनाडा के लिए ले गए लेकिन उसे कोलकाता में बंधक बना लिया।

हरिभूमि न्यूज : कैथल

आजकल युवा वर्ग में विदेश जाने का क्रेज है, जिस कारण कई बार वह फर्जी एजेंटों के सम्पर्क में आकर अपने आप को मुसीबत में डाल लेते हैं। ऐसे ही एक मामले में कनाडा भेजने के नाम पर युवक को बंधक बनाने के मामले में सीआईए-1 पुलिस द्वारा 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर बंधक बनाए गए युवक को सकुशल मुक्त कराया।

एसपी मकसूद अहमद ने बताया कि बाकल गांव के रहने वाले अमृत पाल की शिकायत अनुसार उसका भाई विक्रम कनाडा जाना चाहता था। उसके ही गांव के अवतार सिंह के माध्यम से देवेंद्र निवासी रुद्रपुर व गुरुदेव सिंह निवासी रिठौडा यूपी उसके भाई को 28 अक्तूबर को कनाडा के लिए ले गए लेकिन उसे कोलकाता में बंधक बना लिया तथा डोलर छीन लिए। आरोपियों ने उसके भाई की उससे वीडियो काल व ओडियो काल से बात करवाई। जिनमें वह डरा सहमा लग रहा था आरोपियों द्वारा उसके भाई से मारपीट करके उससे 13 लाख रुपए की और डिमांड की। जिस बारे में थाना पूंडरी में मामला दर्ज किया गया था तथा जांच सीआईए-1 पुलिस को सौंपी गई थी।

एक आरोपी रीठौडा कलां जिला मेरठ यूपी निवासी गुरदेव उर्फ देव को गिरफ्तार करके 10 दिन के रिमांड पर लिया था। गुरदेव ने बताया कि कोई देसाई नाम का व्यक्ति इस गैंग को चला रहा है जो अपने आप को कोलकाता का बताता है। पता चला कि वह मुम्बई में रह कर अपना गैंग चला रहा है। सीआईए-1 पुलिस टीम आरोपी गुरुदेव उपरोक्त व शिकायतकर्ता को साथ लेकर मुम्बई पहुंची और काफी ठिकानों पर रेड की गई। जो देसाई नाम के व्यक्ति से शिकायतकर्ता के पास बार बार पैसे मांगने की डिमांड हो रही थी तथा पैसे न देने की सूरत में उसके भाई विक्रम को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी।

पुलिस द्वारा अपहरण किए गए विक्रम की जान की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए देसाई को पैसे देने की योजना बनाई गई। योजना अनुसार देसाई के बताए ठिकाने पर दिल्ली में 10 लाख रुपए की डिलीवरी हवाला के माध्यम से करवाई गई। 10 लाख रुपए मिलने पर भी देसाई ने किडनैप विक्रम को छोड़ने से मना कर दिया तथा और पैसे की मांग की। फिर पुलिस द्वारा अगला प्लान तैयार करके पता किया गया कि मुंबई में आगे पैसे कौन लेने आता है। उनकी मांग पर 2 लाख रुपए और दिल्ली से दोबारा हवाला की मार्फत भेजे गए। फिर मुम्बई के जेवली बाजार में दो लाख रुपए लेने आए तीन लड़कों को 2 लाख रुपए सहित काबू किया। जिनकी पहचान शशांक पुत्र अमित सिंह निवासी प्लॉट ए 11 महालक्षमी सोसाइटी रोड नं. 3 कांदिवली मुम्बई, मोईन कुरेशी पुत्र अब्दुल रहमान कुरैशी निवासी बी-1 804 गोदरेज हाईट कांदिवली मुम्बई व समीर काजी पुत्र फारूक काजी निवासी 3बी 212 उमेरा पार्क पठान वाडी मलाड ईस्ट मुम्बई के रूप में हुई।पूछताछ उपरांत पता लगा कि ये तीनों कमीशन पर यहां पैसे लेने आए हैं इनको सभी पैसे आगे किसी और को देने हैं। पुलिस द्वारा प्लानिंग तहत तयशुदा स्थान पर काबू किए उक्त लड़कों से पैसे लेने आए दो व्यक्तियों को काबू कर लिया गया। जिनकी पहचान अब्दुल करीम रहमान कुरैशी पुत्र अनवर कुरैशी निवासी सी-1, 02 फर्स्ट फ्लोर फरेशिया रानी सतीवाल मार्ग मलाड ईस्ट पठान वाडी मुंबई तथा अखलेश कुमार पुत्र सूरजपाल सिंह निवासी नगला चिकन मथुरा यूपी के रूप में हुई।

जांच में पता चला कि अब्दुल करीम रहमान ही देसाई है जो काल्पनिक नाम देसाइ रखकर पैसे की डिमांड कर रहा था। अब्दुल करीम से पूछताछ पर पता चला कि इन्होंने विक्रम को किडनैप करके अपने कोलकाता के ठिकाने पर रखा हुआ है और वहां पर इनकी गैंग के और सदस्य उसके पास हैं। जो किडनैप किए गए लड़के की जान की सुरक्षा को देखते हुए अब्दुल करीम रहमान का इनकी गैंग के कलकता के सदस्यों को फोन करवाया गया और कहा गया कि पूरी पेमेंट आ चुकी है तथा विक्रम को छोड़ दो। मुम्बई से विक्रम की टिकट करवाई गई तथा अब्दुल करीम रहमान के इशारे पर गैंग के सदस्यों ने विक्रम को कोलकाता एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए बैठा दिया। सीआईए-1 पुलिस द्वारा दिल्ली एयरपोर्ट से पीड़ित विक्रम को रिसीव कर लिया। पूछताछ उपरांत पांचों आरोपी शशांक, मोईन कुरैशी, समीर काजी, अब्दुल करीम रहमान तथा अखलेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। सभी आरोपी मंगलवार को कोर्ट में पेश किए जाएंगे।

Tags

Next Story