हिमाचल में हाटी आभार रैली में अमित शाह बोले- Congress करती है आग लगाने का काम और फिर...

हिमाचल में हाटी आभार रैली में अमित शाह बोले- Congress करती है आग लगाने का काम और फिर...
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हाटी समुदाय को जनजाति का दर्जा मिलने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में पहली रैली की। उनकी रैली को भाजपा की ओर से चुनाव प्रचार की शुरुआत माना जा रहा है।

चुनाव आयोग (Election Commission) ने हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में विधानसभा चुनावों (assembly elections) की घोषणा कर दी है। हिमाचल में 12 नवंबर को मतदान होगा और आठ दिसंबर को नतीजे आएंगे। इसी बीच गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आज हिमाचल प्रदेश के सिरमौर (Sirmour) में रैली (rally) कर चुनाव प्रचार (Election Campaign) का शंखनाद कर दिया है। अमित शाह ने हाटी समुदाय (Hati community) को जनजातीय दर्जा मिलने के बाद आभार रैली के जरिये भाजपा के पक्ष में हवा बनाने का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने चुनाव के लिए भाजपा के कैंपेन सोंग (BJP campaign song) 'हिमाचल की पुकार फिर भाजपा की सरकार' का भी शुभारम्भ किया। रैली में अमित शाह ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश में दो तिहाई बहुमत के साथ सत्‍ता में फिर से वापसी करेगी।

हिमाचल वासियों की तकलीफ को समझते हैं पीएम मोदी

रैली के दौरान अमित शाह ने हाटी समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी सरकार ने हाटी समुदाय की मांग नहीं सुनी। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक झटके में हाटी समुदाय को 55 वर्ष के संघर्ष को समाप्त कर दिया। पीएम मोदी हिमाचल वासियों की तकलीफ समझते हैं, क्योंकि उनका हिमाचल वासियों से गहरा लगाव है। वो हमेशा कहते हैं हिमाचल उनका है, क्योंकि उन्होंने सालों तक यहां संगठन मंत्री के रूप में काम किया है। इसके बाद गृहमंत्री ने चुनाव के लिए भाजपा के कैंपेन सोंग 'हिमाचल की पुकार फिर भाजपा की सरकार' को लांच किया। इस गाने में भाजपा सरकार की पिछली पांच सालों की उपलब्धियों को बताया गया है। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचाल प्रदेश को वीरभूमि बताया। उन्होंने कहा कि पहला परमवीर चक्र हिमाचल प्रदेश के मेजर सोमनाथ शर्मा (Major Somnath Sharma) को ही मिला था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस का काम आग लगाना है और मोदी का काम विकास करना है।

कौन है हाटी समुदाय

हाटी समुदाय 14 जातियों व उपजातियों का समूह है, जोकि मुख्य तौर पर गिरी (giri river) और टोंस नदी (Tons River) के किनारे बसा हुआ है। हाटी समुदाय के लोग हाट यानी बाजारों में सब्जियां, फसल, मांस और ऊन आदि बेचने का परंपरागत काम करते हैं। हाटों में सामान बेचने के कारण ही इस समुदाय का नाम हाटी पड़ गया। हाटी समुदाय की प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर अच्छी-खासी उपस्तिथि है। अकेले सिरमौर जिले में ही इस समुदाय की आबादी तीन लाख के करीब है। हाटी समुदाय पिछ्ले पांच दशक से खुद को जनजाति का दर्जा देने की मांग कर रहा है। इस फैसले के बाद भाजपा को चुनाव में हाटी समुदाय का अच्छा-खासा समर्थन मिलने की उम्मीद है।

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