Black Fungus हिमाचल में भी महामारी घोषित, ये हैं शुरूआती लक्षण

Black Fungus हिमाचल में भी महामारी घोषित, ये हैं शुरूआती लक्षण
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हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में सरकार ने ब्लैक फंगस (Black Fungus) यानी म्यूकरमाइकोसिस को महामारी घोषित कर दिया है। प्रदेश सरकार (State Government) की ओर से शुक्रवार को जारी अधिसूचना के तहत यह आदेश हिमाचल प्रदेश एपेडेमिक डिजीज (म्यूकरमाइकोसिस) रेगुलेशन 2021 एक्ट तहत एक साल के लिए मान्य रहेगा।

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में सरकार ने ब्लैक फंगस (Black Fungus) यानी म्यूकरमाइकोसिस को महामारी घोषित कर दिया है। प्रदेश सरकार (State Government) की ओर से शुक्रवार को जारी अधिसूचना के तहत यह आदेश हिमाचल प्रदेश एपेडेमिक डिजीज (म्यूकरमाइकोसिस) रेगुलेशन 2021 एक्ट तहत एक साल के लिए मान्य रहेगा। इसके तहत हिमाचल स्वास्थ्य विभाग (Himachal Health Department) से जुड़ी हर संस्था को संपूर्ण प्रोटोकॉल का अनुकरण करना पडे़गा और कहीं भी आने वाले किसी भी केस को सीएमओ के माध्यम से प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को सूचित करना होगा। एक्ट के तहत किसी भी व्यक्ति या संस्था को इस महामारी के बारे में किसी भी तरह के दुष्प्रचार की इजाजत नहीं होगी। कोई भी संस्था या व्यक्ति अगर अधिनियम का उल्लंघन करता है, तो उसे आईपीसी की धारा-188 के तहत सजा मिलेगी।

मीडिय रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदेश के सबसे बड़े मेडिकल कालेज आईजीएमसी व टांडा में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार कर दिए गए हैं। सरकार के आदेशों पर अब ब्लैक फंगस मरीजों का अलग वार्ड में इलाज होगा। सरकार भी ब्लैक फंगस को लेकर अलर्ट हो गई है। यही वजह है कि प्रदेश के सभी छह मेडिकल कालेजों के प्रिंसीपल्स को आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

बता दें कि सरकार ने यह भी साफ किया है कि अभी एक वार्ड में 10 से ज्यादा बेड नहीं लगेंगे। शुक्रवार को स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने व्यवस्था को लेकर मेडिकल कालेजों के प्रिंसीपल्स और सीएमओ से बात की। उन्होंने अस्पतालों में एंटी फंगल दवाओं एम्फोटेरिसिन-बी का पर्याप्त भंडारण करने के भी निर्देश दिए। दवाओं की रिक्वायरमेंट भेजने के बाद स्टोर इंचार्ज से भी सप्लाई भेजने को कहा है।

शरीर में ऐसे पहुंचता है फंगस

सांस के जरिये वातावरण में मौजूद फंगस हमारे शरीर में पहुंचते हैं। शरीर में कहीं घाव हो तो वहां से भी ये शरीर में फैल सकता है। इसकी शुरुआती दौर में पहचान नहीं की तो जानलेवा साबित भी हो सकती है। इससे आंखों की रोशनी जा सकती है। शरीर में अगर इन्फेक्शन हैं तो चेहरे का एक तरफ से सूजना, सिरदर्द, नाक बंद होना, उल्टी, बुखार, चेस्ट पेन, साइनस कंजेशन, मुंह के ऊपरी हिस्से या नाक में काले घाव होना इसके लक्षण हैं।

इन लोगों को होता है इंफेक्शन

जिन्हें मधुमेह, कैंसर या फिर जिनका ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुआ हो, उन्हें यह हो सकता है। इसके अलावा जिन लोगों को कोरोना हो रहा है, उनका भी इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। अगर किसी हाई डायबिटिक मरीज को कोरोना होता है तो उसका इम्यून सिस्टम और ज्यादा कमजोर हो जाता है। ऐसे लोगों में ब्लैक फंगस इन्फेक्शन फैलने की आशंका ज्यादा होती है।

लक्षण होने पर डॉक्टरों की सलाह से दवाएं

शरीर में अगर ब्लैक फंगस के लक्षण दिखें तो सबसे पहले सिर्फ डॉक्टर के पास जाकर इसकी जांच कराएं और डॉक्टरों की सलाह से दवा लें।

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