हिमाचल में अब छठी कक्षा से कंप्यूटर शिक्षा होगी अनिवार्य

हिमाचल में नई शिक्षा नीति को लागू करने की कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अफसरशाही ने होमवर्क करना शुरू कर दिया है। इसे प्रदेश में चरणबद्ध लागू किया जाएगा। नई नीति के तहत शामिल ऐसे कार्य जो पहले से चल रहे हैं, उन्हें पहले चरण में विस्तार देने की तैयारी शुरू कर दी है। अगले साल छठी कक्षा से कंप्यूटर और वोकेशनल शिक्षा अनिवार्य कर दी जाएगी। अभी नवीं कक्षा से ये विषय पढ़ाए जा रहे हैं।
प्री प्राइमरी स्कूलों की संख्या भी बढ़ेगी। अभी 3840 स्कूलों में नर्सरी-केजी की कक्षाएं लग रही हैं, जो अगले साल तक अन्य स्कूलों में भी लगेंगी। आंगनबाड़ी केंद्र भी प्री प्राइमरी से जुड़ेंगे। दस किलोमीटर के दायरे में आने वाले सरकारी स्कूलों का एक क्लस्टर बनेगा। इसमें प्राइमरी, मिडल और सीनियर सेकेंडरी स्कूल होंगे। क्लस्टर के किसी स्कूल में किसी विषय के शिक्षक की कमी है तो अन्य स्कूल से शिक्षक जाएगा। मिड-डे मील में ब्रेकफास्ट भी होगा।
दसवीं और जमा दो कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं होंगी। परीक्षार्थियों को अंक सुधार के लिए केंद्र सरकार ने दो बार परीक्षाएं देने का प्रावधान किया है। अगर फाइनल परीक्षा में अंक कम हैं तो विद्यार्थी दूसरी परीक्षा भी दे सकेगा। तीसरी, पांचवीं, आठवीं कक्षा की परीक्षाएं स्कूल लेंगे। पहली, दूसरी, चौथी, छठी और सातवीं के विद्यार्थी असेसमेंट आधार पर प्रमोट होंगे। नौवीं और ग्यारहवीं की परीक्षा भी स्कूल अपने स्तर पर लेंगे।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS