एचआरटीसी कंडक्टर भर्ती मामला: दूसरे आरोपी ने किया सरेंडर, रद्द नहीं होगी परीक्षा

एचआरटीसी कंडक्टर भर्ती मामला: दूसरे आरोपी ने किया सरेंडर, रद्द नहीं होगी परीक्षा
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हिमाचल प्रदेश की बहुचर्चित एचआरटीसी कंडक्टर भर्ती की परीक्षा के पेपर लीक मामले में दूसरे आरोपी ने सरेंडर कर दिया है। शिमला में पहली गिरफ्तार के बाद मंगलवार को कांगड़ा के कांगड़ा के शाहपुर से फ़रार हुए आरोपी ने सरेंडर कर दिया है।

हिमाचल प्रदेश की बहुचर्चित एचआरटीसी कंडक्टर भर्ती की परीक्षा के पेपर लीक मामले में दूसरे आरोपी ने सरेंडर कर दिया है। शिमला में पहली गिरफ्तार के बाद मंगलवार को कांगड़ा के कांगड़ा के शाहपुर से फ़रार हुए आरोपी ने सरेंडर कर दिया है। आरोपी की पहचान मनोज कुमार के रूप में हुई है। बीते दो दिनों से आरोपी की तलाश पुलिस कर रही थी। इस दौरान आरोपी के घर जाकर भी छानबीन की गई थी और पुलिस ने आरोपी की धरपकड़ के लिये टीमें बना रखी थी।

जानकारी के अनुसार, मंगलवार को आरोपी ने ख़ुद ही शाहपुर थाने में खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। कांगड़ा के शाहपुर थाने में ही आरोपी के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है। इससे पहले, शिमला में एक युवक की गिरफ्तारी हो चुकी है। शिमला में रोहडू के युवक ने मोबाइल फोन के जरिये पेपर अपने भाई को भेजा था। पुलिस आरोपी को सोमवार को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया था।

हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी में कंडक्टरों की भर्ती के लिए प्रक्रिया चल रही है। 18 अक्टूबर को 304 परीक्षा केंद्रों में से एग्जाम आयोजित हुआ, लेकिन 2 परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन के प्रयोग के बाद पेपर लीक हो गया। इससे पहले सरकार और चयन आयोग के हाथ पांव फूल गए।

इससे पहले, सोमवार को हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की मीटिंग हुई और चेयरमैन ब्रिगेडियर सतीश शर्मा ने बताया कि परीक्षा में 71 फीसदी अभ्यर्थियों (48,000) ने एग्जाम दिया हैं। 304 परीक्षा केंद्रों में से महज 2 परीक्षा केंद्रों में ही मोबाइल फोन के प्रयोग के मामले सामने आए हैं। गलत प्रश्न के लिए अभ्यर्थियों को ग्रेस मार्क्स दिए जाएंगे और इसके लिए अभ्यर्थी 7 दिन के अंदर आपत्तियां भेज सकते हैं। इसी बीच आयोग ने एग्जाम की आंसर की भी जारी कर दी है। एग्जाम कैंसल नहीं किया जाएगा।

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