नई पहल: आंगनबाड़ी वर्कर्स ने बनाई फेस शील्ड, फ्री बांटी मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉल कर दी बधाई

नई पहल: आंगनबाड़ी वर्कर्स ने बनाई फेस शील्ड, फ्री बांटी मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉल कर दी बधाई
X
नाममात्र वेतन में गुजारा करने वाली आंगनबाड़ी वर्कर्स ने जिंदादिली की ऐसी मिसाल कायम की है कि हर कोई इनका कायल हो गया है। स्वयं के रुपए खर्च कर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने न सिर्फ मास्क बनाए बल्कि फेस शील्ड बनाकर कोरोना योद्धाओं को सौंपे।

नाममात्र वेतन में गुजारा करने वाली आंगनबाड़ी वर्कर्स ने जिंदादिली की ऐसी मिसाल कायम की है कि हर कोई इनका कायल हो गया है। स्वयं के रुपए खर्च कर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने न सिर्फ मास्क बनाए बल्कि फेस शील्ड बनाकर कोरोना योद्धाओं को सौंपे। यहां तक की प्लास्टिक व कपड़े से घर बैठे 150 फेस शील्ड तैयार कर पुलिस विभाग के कर्मचारियों को दिए। टौणीदेवी खंड की इन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जज्बे को खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सराह चुके हैं।

आठ जुलाई को मुख्यमंत्री ने इन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की और इनके जज्बे को सराहा। बता दें कि मास्क तो आंगनबाड़ी वर्कर्स समेत अन्य सामाजिक संस्थाएं या लोग भी घर-घर में बना रहे हैं, लेकिन इन कार्यकर्ताओं ने एक नई पहल करते हुए फेस शील्ड तैयार की हैं। इसकी खासियत यह है कि इस फेस शील्ड में ही मास्क लगा है। इन कार्यकर्ताओं ने यह फेस शील्ड तैयार कर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों के कोरोना योद्धाओं को निःशुल्क वितरित की हैं।

इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुसुमलता, सरोज कुमारी, पम्मी, आशा शर्मा, सरोज सहित अन्य महिलाएं सहयोग कर रही हैं। अपने पैसे खर्च कर ये महिलाएं दुकानों से फेस शील्ड के लिए प्लास्टिक, कपड़ा, इलास्टिक आदि खरीदती हैं। कुसुमलता ने कहा कि एक फेस शील्ड की कीमत करीब 40 रुपए बैठ रही है, जबकि यह कार्यकर्ताएं इन मास्क फेस शील्ड को कोरोना योद्धाओं को निशुल्क बांट रही हैं। बता दें कि आंगनबाड़ी वर्कर्स कोरोना के खिलाफ महत्त्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। कोरोना योद्धा बनकर ये क्वारंटाइन लोगों की निगरानी कर रही हैं, तो कभी एसीएफ अभियान में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग दे रही हैं।

Tags

Next Story