हिमाचल न्यूज: किन्नर कैलाश यात्रा पर प्रतिबंध के बावजूद जा रहे श्रद्धालु, पुलिस जांच में जुटी

हिमाचल न्यूज: किन्नर कैलाश यात्रा पर प्रतिबंध के बावजूद जा रहे श्रद्धालु, पुलिस जांच में जुटी
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किन्नर कैलाश हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में है। यह 19,849 फीट की ऊंचाई पर है। यह बौद्ध और हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। 1993 से पहले यहां यात्रा करना वर्जित थी। लेकिन बाद में उसे लोगों के लिए खोला गया। यहां 40 फीट की शीला है, जिसे शिवलिंग माना गया है और कहा जाता है कि पांडवों ने अज्ञातवास का अंतिम समय ही पर बिताया था।

किन्नर कैलाश हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में है। यह 19,849 फीट की ऊंचाई पर है। यह बौद्ध और हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। 1993 से पहले यहां यात्रा करना वर्जित थी। लेकिन बाद में उसे लोगों के लिए खोला गया। यहां 40 फीट की शीला है, जिसे शिवलिंग माना गया है और कहा जाता है कि पांडवों ने अज्ञातवास का अंतिम समय ही पर बिताया था।

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर किन्नर कैलाश यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन इसी बीच लोगों के किन्नर कैलाश जाने का वीडियो वायरल हुआ है, परंतु अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह वीडियो इस वर्ष का है कि पिछले वर्ष का। पुलिस इसकी जांच कर रही है।

गृह मंत्रालय के आदेशों के अनुसार, विश्व भर में फैली कोरोना महामारी के चलते धार्मिक स्थलों की यात्रा पर प्रतिबंध है तथा इन्ही आदेशों के अनुसार जिला किन्नौर में अगस्त माह में होने वाली किन्नर कैलाश यात्रा पर भी जिला किन्नौर प्रशासन ने प्रतिबंध लगाया है, लेकिन लोग अब भी यात्रा पर जा रहे हैं और जान खतरे में डाल रहे हैं।

जिला पर्यटन अधिकारी एवं एसडीएम कल्पा अवनींद्र कुमार ने बताया कि कुछ लोगों के किन्नर कैलाश जाने का वीडियो वायरल हुआ है तथा यह वीडियो इस वर्ष का है कि गत वर्ष का है, इसकी छानबीन की जा रही है। यदि प्रतिबंध के बावजूद लोग चोरी छुपे किन्नर कैलाश यात्रा पर गए हैं तो पुलिस को उन पर कानूनी कार्यवाही करने के आदेश दिए गए हैं।

एसडीएम ने यह भी कहा कि कोविड महामारी के चलते इस वर्ष भी किन्नर कैलाश यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने प्रदेश व बाहरी राज्य के लोगों से फिर से आह्वान करते हुए कहा है कि इस वर्ष किन्नर कैलाश यात्रा पर ना जाएं तथा यदि कोई नियमों की अवहेलना करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि अगर उन्हें किसी के किन्नर कैलाश यात्रा पर जाने की सूचना मिलती है तो वे तुरंत प्रशासन को सूचित करें।


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