कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए हिमाचल तैयार, ये है सरकार की तैयारी

कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए हिमाचल तैयार, ये है सरकार की तैयारी
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हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की जयराम सरकार (Jairam Government) ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर ली है। कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जयराम सरकार ने रोडमैप तैयार कर लिया है।

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की जयराम सरकार (Jairam Government) ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर ली है। कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जयराम सरकार ने रोडमैप तैयार कर लिया है। इसके लिए 241 करोड़ की लागत से प्रदेश भर के अस्पताल तीसरी लहर के निपटारे के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस किए जाएंगे। इस रोडमैप के लिए शुक्रवार को स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी की अध्यक्षता में हुई राज्य स्वास्थ्य सोसायटी की कार्यकारिणी समिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें फैसला लिया गया कि कोविड पॉजिटिव मामलों के उपचार के लिए आवश्यक दवाओं की खरीद, बफर स्टॉक के रखरखाव और आवश्यक दवाओं के प्रबंधन के लिए निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं और निदेशक, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान को 12 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।

वहीं इसके अलावा लाहुल स्पीति और किन्नौर जिलों के लिए 32 बिस्तरों वाली एक समर्पित बाल चिकित्सा देखभाल इकाई का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर, कुल्लू, सोलन, ऊना, जोनल अस्पताल मंडी, धर्मशाला और शिमला, आईजीएमसी शिमला, मेडिकल कालेज और अस्पताल मंडी, टांडा, नाहन, चंबा और हमीरपुर के लिए 42 बिस्तरों वाली बाल चिकित्सा देखभाल इकाई की स्थापना का प्रस्ताव किया गया है। सिविल अस्पताल काजा, पांगी, उदयपुर, डोडरा, भरमौर, शिलाई, कुपवी, नेरवा और पूह में 20 बिस्तरों वाली इकाइयां प्रस्तावित हैं। यह भी निर्णय लिया गया है कि शिमला, मंडी, टांडा, नाहन, चंबा और हमीरपुर मेडिकल कॉलेजों में 20 अतिरिक्त आईसीयू बिस्तर स्थापित किए जाएंगे।

इसके अलावा, नागरिक अस्पताल देहरा, चौपाल, सरकाघाट, करसोग, अर्की, बगस्याड़, घुमारवीं, डलहौजी, चुवाड़ी, सराहन और पांवटा साहिब में पांच बिस्तरों वाले आईसीयू भी स्थापित किए जाएंगे। इंदौरा, हमीरपुर और नाहन में 100 बिस्तरों वाले फील्ड अस्पताल प्रस्तावित किए गए हैं। इन गतिविधियों के लिए 11935.39 लाख रुपए प्रस्तावित किए गए हैं। ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 1280 लाख रुपए का प्रस्ताव किया गया है। नाहन, हमीरपुर, धर्मशाला, ऊना, कुल्लू, बिलासपुर, सोलन, पालमपुर, खनेरी, चंबा, किन्नौर और रिकांगपिओ में 10 किलो लीटर क्षमता के लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का प्रस्ताव है। आईजीएमसी शिमला, नेरचौक और चम्याना में 20 किलोलीटर क्षमता के एलएमओ की यूनिट प्रस्तावित हैं। सरकाघाट और देहरा के लिए भी एलएमओ प्रस्तावित किए गए हैं।

वहीं राज्य में पीजी रेजिडेंट्स, यूजी इंटर्न और एमबीबीएस, जीएनएम और बीएससी विद्यार्थियों को शामिल कर अतिक्ति मानव संसाधन बढ़ाने के लिए 2294.10 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। राज्य के सभी 12 जिला अस्पतालों, 36 नागरिक अस्पतालों, आईजीएमसी शिमला की तीन इकाइयों-आईजीएमसी शिमला, केएनएच और चम्याना सहित दो मेडिकल कालेजों में ई-अस्पतालों को कार्यान्वित करने के लिए 1428.04 लाख रुपए का प्रस्ताव किया गया है।

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