तेंदुए का मां ने किया डटकर मुकाबला, ऐसे बचाई बैटे की जान

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की राजधानी शिमला (Shimla) में तेंदुए (Leopard) का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। तेंदुए की दहशत जहां ग्रामीण और उपनगरों के क्षेत्रों में है वही अब शहर के रिहायशी इलाकों तक पहुंच गई है। सोमवार को सुबह करीब तीन बजे लोकल बस स्टैंड के साथ गुरुद्वारे के नीचे एक मकान के भीतर तेंदुआ घुस गया। तेंदूए ने सोए हुए कुत्ते (Dog) को अपना निशाना बनाना चाहता था। लेकिन कुत्ते के साथ सोए युवक पर उसने आक्रमण कर दिया। जैसे ही तेंदुए ने युवक को अपना निशाना बनाना चाह रहा था तो तुरंत युवक की माता ने अपना बिस्तर तेंदुए पर फेंक दिया जिससे युवक की जान बच गई।
लेकिन युवक के सिर, आंख और गर्दन में गहरे घाव दे गया। तेंदुए चेहरे पर बिस्तरा पड़ते ही वह बाथरूम में घुस गया जिसके बाद उन्होंने बाहर से कुंडी लगा दी। कुंडी लगाने के बाद युवक ने पुलिस को सूचित किया और साथ में वन विभाग की टीम को भी सूचित किया। जिसके 15 से 20 मिनट में ही पुलिस के जवान और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। मौके पर पहुंचते ही वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइजर गन से तेंदुए को बेहोश कर दिया। जिसके बाद घायलावस्था में उसे रेस्क्यू कर पिंजरे में बंद कर दिया।
वहीं घायल युवक गौरव जायसवाल ने बताया कि यह एक खौफनाक मंजर था जिसमें उनकी जान बच गई। रात करीब तीन बजे पहले उनके पास सोया हुआ पालतू कुत्ता रोने लगा। रोने की आवाज उनकी माता को सुनाई दी तो उन्होंने कुत्ते को बाथरूम ले जाने के लिए कहा। जैसे ही उसने लाइट ऑन की तो तेंदुए ने एक दम से हमला कर दिया। कुत्ते को भी हल्की चोट आई है।
जबकि उसके सिर, चेहरे और गर्दन पर 18 टांके लगे हैं। साथ ही एक्सरे कर दिया गया है और उनकी हालत स्थिर है। युवक ने कहा कि आज उनकी जान मां ने बचाई है और भगवान को शुक्रिया अदा करते हैं। उन्होंने वन विभाग की टीम से शहर के सभी क्षेत्रों में घूम रहे तेंदुओं को पकड़ने की मांग की है और सरकार से भी मुआवजा के तौर पर राहत राशि देने की मांग की है।
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