Jammu and Kashmir: सुरक्षाबलों के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, पाकिस्तान का मौलवी जासूस गिरफ्तार

जम्मू-कमीर (Jammu and Kashmir) में आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ सेना को एक बार फिर बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सेना ने शनिवार को किश्तवाड़ में रह रहे पाकिस्तान मौलवी जासूस (Pakistan Maulvi Detective) को गिरफ्तार किया है।22 साल का मौलवी अब्दुल वाहिद पाकिस्तान (Pakistan)के आतंकी संगठन कश्मीरी जांबाज फोर्स (Terrorist Organization Kashmiri Brave Force) के लिए काम करता था।
उसका काम किश्तवाड़ से सेना और प्रशासन से जुड़ी खुफिया जानकारियां जुटाकर पाकिस्तान पहुंचाना था। मिली जानकारी के अनुसार मौलवी अब्दुल वाहिद (Maulvi Abdul Wahid) किश्तवाड़ के एक मदरसे में पढ़ता हैं और एक स्थानीय मस्जिद में मौलवी का काम करता हैं। सूत्रों ने बताया कि राजौरी आर्मी कैंप पर फिदायीन हमले के बाद से मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसी और जम्मू-कश्मीर पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आतंकियों को इस तरह की जानकारी कैसे मिल रही थी।
इसी जांच के दौरान यह बात सामने आई कि किश्तवाड़ में भी कोई व्यक्ति सैन्य शिविरों, जम्मू-कश्मीर में आतंकी घुसपैठ के कौन-कौन से मार्ग हो सकते है, ये जानकारी पाकिस्तान में बैठे कश्मीरी जाबाज फ़ोर्स के सदस्यों को दे रहा है। सेना ने किश्तवाड़ (Kishtwar) पहुंचकर जांच को आगे बढ़ाया तो मौलवी अब्दुल वाहिद का पता चला। मदरसे में पढ़ाने और मस्जिद में मौलवी का काम करने वाला 22 साल का यह युवक किश्तवाड़ में सेना की तैनाती, उनके कैंप आदि की अहम जानकारियां पाकिस्तान को लगातार भेज रहा है।
पुष्टि होने पर सेना ने मौलवी अब्दुल वाहिद को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि शुरुआती पूछताछ में वाहिद ने कबूल किया है कि वह किश्तवाड़ में बैठे पाकिस्तानी आतंकी संगठन कश्मीरी जांबाज फोर्स (Terrorist Organization Kashmiri Jaanbaz Force) के लिए काम करता है। इसके अलावा वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को सेना से जुड़ी खुफिया जानकारियां भी दे रहा था।
वाहिद ने कहा कि उन्होंने किश्तवाड़ में तैनात सेना के जवानों की तैनाती, उनके अधिकारियों के फोटो और उनके दैनिक आवागमन की जानकारी दी है। इसके अलावा यह जानकारी दे रहा था कि पाकिस्तान से किश्तवाड़ में घुसपैठ के कौन-कौन से रास्ते हो सकते हैं। सेना यह भी पता लगा रही है कि क्या अब्दुल वाहिद पहले किश्तवाड़ में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश में शामिल था।
सेना सारी जानकारी जुटाने के बाद मौलवी को कोर्ट में पेश करेगी और आगे की पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी। अब्दुल वाहिद की गिरफ्तारी के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police) उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है। इस घटना के बाद किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है।
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