Amarnath Yatra 2023: 1 जुलाई से शुरू होगी बाबा बर्फानी की यात्रा, 3 लाख श्रद्धालुओं ने कराया रजिस्ट्रेशन

Amarnath Yatra 2023: 1 जुलाई से शुरू होगी बाबा बर्फानी की यात्रा, 3 लाख श्रद्धालुओं ने कराया रजिस्ट्रेशन
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Amarnath Yatra 2023: इस साल 1 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है, जो 31 अगस्त तक चलेगी। बता दें कि इस बार 3 लाख श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। पिछले साल आई बाढ़ को देखते हुए इस बार पर्वतीय बचाव दल (Mountain Rescue Team) की तैनाती की गई है और यात्रियों के लिए हेलमेट भी अनिवार्य कर दिया गया है। पढ़ें पूरी खबर...

Amarnath Yatra 2023: इस साल होने वाली अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होने जा रही है। बताया जा रहा है कि इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहूलियत को ध्यान में रखकर काफी नए प्रबंध किए गए हैं। बारिश और भूस्खलन (Landslide) से श्रद्धालुओं को बचाने के लिए भी तैयारी की गई है। गौरतलब है कि पिछले साल गुफा मंदिर के पास बादल फटने से बाढ़ की स्थिति बन गई थी, जिसे देखते हुए इस बार काफी सतर्कता रखी जा रही है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड (Amarnath Shrine Board) के अनुसार, इस बार 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराए हैं।

श्राइन बोर्ड के सीईओ मनदीप भंडारी (CEO Mandeep Bhandari) ने बताया कि यात्रा मार्ग पर भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटनाओं को ध्यान में रखकर कुछ हिस्सों को संवेदनशील माना गया है। अमरनाथ यात्रा मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। खच्चर से जाने वाले श्रद्धालुओं पर भी यह नियम लागू होगा। ये हेलमेट अमरनाथ श्राइन बोर्ड की तरफ से यात्रियों को नि:शुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे। सीईओ भंडारी ने आगे बताया कि इस बार रजिस्ट्रेशन पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत ज्यादा हुआ है।

पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर से होगा रवाना

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रद्धालुओं का पहला जत्था 30 जून को जम्मू (Jammu) के भगवती नगर कैंप से रवाना हो रहा है। यात्रा 1 जुलाई से शुरू होगी और और 31 अगस्त तक चलेगी। इस साल की यात्रा 62 दिनों की होगी और अब तक की सबसे लंबी यात्रा होगी। 70 वर्ष से ज्यादा उम्र के श्रद्धालु यात्रा नहीं कर सकते हैं। बालटाल (Baltal) के बाद यात्रा दो मार्गों से की जाएगी। इस साल दोनों मार्गों पर यात्रा ट्रैक को बेहतर बनाया गया है। ट्रैक को चौड़ा कर दिया गया है और उसके दोनों तरफ रेलिंग लगा दी गई है।

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रात को गुफा मंदिर के पास नहीें रूकेगा कोई श्रद्धालु

मनदीप भंडारी ने आगे बताया कि श्रद्धालुओं की यात्रा को आसान बनाने के लिए दोनों यात्रा मार्गों में प्रकाश का पर्याप्त प्रबंध किया गया है। पवित्र गुफा मंदिर के रास्ते में काफी संख्या में पर्वतीय बचाव दल (Mountain Rescue Team) तैनात किए गए हैं। किसी भी श्रद्धालु को रात्रि के समय गुफा मंदिर के पास रहने की अनुमति नहीं है।

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