राहुल भट्ट हत्याकांड : 350 कश्मीरी पंडितों ने सरकारी नौकरी से दिया सामूहिक इस्तीफा, हत्या के विरोध में लाल चौक पर करेंगे प्रदर्शन

राहुल भट्ट हत्याकांड : 350 कश्मीरी पंडितों ने सरकारी नौकरी से दिया सामूहिक इस्तीफा, हत्या के विरोध में लाल चौक पर करेंगे प्रदर्शन
X
जम्मू-कश्मीर पुलिस (jammu kasmir Police) ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (jammu kasmir) के बडगाम में गुरुवार को आतंकवादियों (Terrorists) द्वारा एक कश्मीरी पंडित की हत्या का विरोध कर रहे उनके कुछ सहयोगियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस (Tear Gas) के गोले दागे और लाठीचार्ज किया।

जम्मू-कश्मीर पुलिस (jammu kasmir Police) ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (jammu kasmir) के बडगाम में गुरुवार को आतंकवादियों (Terrorists) द्वारा एक कश्मीरी पंडित की हत्या का विरोध कर रहे उनके कुछ सहयोगियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस (Tear Gas) के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (Prime Minister Employment Generation Program) के तहत कार्यरत 350 कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) ने राहुल भट्ट की हत्या के विरोध में शुक्रवार को एलजी को अपना सामूहिक इस्तीफा भेज दिया है।

राहुल भट्ट (Rahul Bhatt) की गुरुवार को बडगाम जिले के एक सरकारी कार्यालय में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के दो आतंकवादियों (Terrorist ) ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से घाटी में जबरदस्त तनाव का माहौल है। लश्कर से जुड़े संगठन कश्मीर टाइगर्स ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए विशेष रूप से शुरू किए गए रोजगार कार्यक्रम के तहत राहुल भट्ट को नौकरी मिली थी।

वह चदूरा स्थित तहसील कार्यालय (Tehsil Office) में काम करता था। गोली लगने के बाद राहुल भट्ट को तुरंत श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल (SMHS Hospital) ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शाम करीब साढ़े चार बजे लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी तहसील कार्यालय (Tehsil Office) में घुसे और उन्हें भारी भीड़ के बीच पाकर राहुल भट्ट को गोली मार दी और फिर मौके से फरार हो गए।

राहुल भट्ट बडगाम जिले की विस्थापित कॉलोनी में रहता था और वहां पिछले आठ साल से काम कर रहा था। राहुल भट के परिवार में उनकी पत्नी, उनका पांच साल का बेटा और पिता हैं जो पुलिस से सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

गुरुवार की रात कश्मीरी पंडितों ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे और बारामूला-श्रीनगर हाईवे (Jammu-Srinagar Highway) को जाम कर राहुल भट्ट की हत्या का विरोध किया। इस दौरान उन्होंने राहुल भट्ट के शव को सड़क पर रख कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कश्मीरी पंडितों की मांग है कि उनका तबादला जम्मू कर दिया जाए क्योंकि वे बिना सुरक्षा के दफ्तर नहीं जाएंगे।

Tags

Next Story