कोरोना वायरस से रहें संभलकर! पूरे परिवार की मौत के बाद मां को कंधा देने के लिए नहीं बचा कोई

कोरोना वायरस से रहें संभलकर! पूरे परिवार की मौत के बाद मां को कंधा देने के लिए नहीं बचा कोई
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देशभर में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। हर दिन हजारों संक्रमित हो रहे हैं। इस बीच, झारखंड के धनबाद से दर्दनाक खबर आई है। कोरोना के कहर ने जिले में एक हंसते-खेलते परिवार को पूरी तरह से तबाह कर दिया। कोरोना ने पहले मां की जिंदगी छीन ली, फिर चार बेटों की जान ले ली।

देशभर में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। हर दिन हजारों संक्रमित हो रहे हैं। इस बीच, झारखंड के धनबाद से दर्दनाक खबर आई है। कोरोना के कहर ने जिले में एक हंसते-खेलते परिवार को पूरी तरह से तबाह कर दिया। कोरोना ने पहले मां की जिंदगी छीन ली, फिर चार बेटों की जान ले ली। अब उसी मां के पांचवे बेटे की मौत हो गई है। इसके बाद धनबाद के कतरास में मातम पसरा हुआ है।

जानकारी के अनुसार महज 15 दिनों के अंदर इस परिवार में कोरोना ने कोहराम मचा दिया। पहले मां की संक्रमण से मौत हो गई और फिर एक-एक कर के पांच बेटे काल के गाल में समा गए। जिस पांचवें बेटे को मौत हुई है, उसे पिछले दिनों धनबाद कोविड अस्पताल से रिम्स रेफर किया गया था। परिवार में सबसे पहले 88 वर्षीय मां का बोकारो के एक नर्सिंग होम में निधन हो गया था। वह एक शादी समारोह में भाग लेकर परिजनों के साथ दिल्ली से लौटी थी। उसके अंतिम संस्कार के बाद पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव थी।

एक के बाद एक मौत

उसकी मौत के चंद दिनों बाद ही एक बेटे की रिम्स के कोविड वार्ड में मौत हो गई। कुछ दिनों के बाद दूसरे बेटे का केंद्रीय अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। मौत का तांडव यहीं नहीं रुका। तीसरा बेटा धनबाद के एक निजी क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती था। वहीं अचानक तबीयत बिगड़ी और उसकी भी मौत हो गई। जब ड्राइवर उसे पीएमसीएच लाया तो डॉक्टरों में मृत घोषित कर दिया। गुरुवार को चौथे बेटे की भी मौत टीएमएच जमशेदपुर में किसी बीमारी के इलाज के दौरान हो गई। 20 जुलाई को पांचवें बेटे (परिवार के छठे सदस्य) ने रिम्स के कोविड वार्ड में दम तोड़ दिया।

अभी अस्पताल में दो सदस्य

धनबाद सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास ने बताया की कतरास के एक परिवार के छह सदस्य की मौत अब तक हो गई है। दो सदस्य कोविड अस्पताल में भर्ती है। हालांकि, दोनों की स्थित अभी ठीक है। साथ ही कहा कि परिवार के जिन सदस्यों की मौत हुई है, वो अन्य बीमारियों से पीड़ित थे और सभी सदस्य 60 से ऊपर उम्र के थे।-

एक गलती बन गई काल

धनबाद के कतरास इलाके के एक परिवार के लिए कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करना काल साबित हुआ। परिवार की सबसे बुजुर्ग 88 वर्षीय महिला का अपने एक रिश्तेदार के शादी समारोह में शामिल होना पूरे परिवार के लिए जानलेवा साबित हुआ। इस समारोह से लौटने के बाद मां कोरोना से संक्रमित पाई गई। इसके बाद एक-एक कर इस मां के 5 बेटे भी संक्रमण की चपेट में आते चले गए। एक पखवाड़ा में इस परिवार में मां और उसके 5 बेटों की मौत हो चुकी है।

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