झारखंड रोपवे हादसा: बाबा बैद्यनाथ मंदिर से करीब 20 किमी दूर स्थित रोपवे 766 मीटर लंबा है, प्रतिएक केबिन में बैठते हैं इतने लोग

झारखंड रोपवे हादसा: बाबा बैद्यनाथ मंदिर से करीब 20 किमी दूर स्थित रोपवे 766 मीटर लंबा है, प्रतिएक केबिन में बैठते हैं इतने लोग
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प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 12 ट्रॉलियों में कम से कम 50 लोग फंसे हो सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि बचाव अभियान अभी भी जारी है।

झारखंड (Jharkhand) के देवघर (Deoghar) जिले में बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पास त्रिकूट पहाड़ियों पर रविवार को एक रोपवे (ropeway) में केबल कारों के एक-दूसरे से टकरा जाने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 12 ट्रॉलियों में कम से कम 50 लोग फंसे हो सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि बचाव अभियान अभी भी जारी है और घायलों की हालत गंभीर है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे पर आईटीबीपी (ITBP) के पीआरओ विवेक पांडे ने कहा कि 12 ट्रालियों में लगभग 48 लोगों के फंसे होने की हमें सूचना मिली थी। थोड़ी देर पहले 60 फीट नीचे वाली ट्राली से 4 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। एक अन्य ट्राली से भी 4 लोगों को निकाला गया है। कुल मिलाकर 8 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है।

विवेक पांडे ने आगे कहा कि अन्य बचे 40 लोगों को निकालने के लिए ऑपरेशन (Operation) जारी है। उन्हें खाना भी पहुंचाया जा रहा है। सेना, एनडीआरएफ, वायु सेना, स्थानीय पुलिस और प्रशासन के द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है। आज देर शाम तक शायद हम सभी लोगों को सुरक्षित ट्रालियों से बाहल निकाल देंगे।

बचाव के लिए सभी प्रयास किए जा रहे

झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी बयान दिया है। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि एनडीआरएफ, भारतीय वायुसेना और गरुड कमांडो के द्वारा सहायता ली जा रही है। जिन्होंने उस रोपवे को बनाया था उनकी टीम भी वहां पहुंच गई है। बचाव के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। चीजों पर हम लोगों की नजर हैं।

वहीं भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी अधिकारी ने कहा कि झारखंड के देवघर जिले में दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर बचाव कार्य में लगे हुए हैं। जहां कई लोग दुर्घटना के कारण रोपवे ट्रॉली में फंस गए हैं। ऑपरेशन अभी भी जारी है।

रोपवे के बारे में

रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड टूरिज्म का कहना है कि त्रिकूट रोपवे भारत का सबसे ऊंचा वर्टिकल रोपवे है जिसमें अधिकतम लेंस कोण 44 डिग्री है। बाबा बैद्यनाथ मंदिर से लगभग 20 किमी दूर स्थित रोपवे लगभग 766 मीटर लंबा है, जबकि पहाड़ी 392 मीटर ऊंची है। रोपवे में 25 केबिन हैं। प्रत्येक केबिन में चार लोग बैठ सकते हैं। घटना के बाद रोपवे प्रबंधक व अन्य कर्मचारी मौके से फरार हो गए।

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