महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या, पुलिस फायरिंग में भी एक आदिवासी मरा, मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश

भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू में एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक बलात्कार और इसके बाद हत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है। स्थिति तब और खराब हो गई जब गुस्साए आदिवासियों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी और इसमें एक आदिवासी युवक की मौत हो गई। इस मसले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी के आदिवासी नेताओं का जांच दल बनाकर भेजा है। कमलनाथ ने कहा कि इस घटना से स्पष्ट है कि मप्र में जंगलराज है।
कांग्रेस ने भेजा जांच दल
एक आदिवासी युवती की कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या के बाद महू के बड़गोंदा थाना क्षेत्र की डोंगरगांव पुलिस चौकी पर पुलिस और आदिवासियों में हुए संघर्ष की घटना और उसमें कथित तौर पर पुलिस की गोली से एक आदिवासी की मृत्यु के मामले में पीसीसी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर काग्रेस के आदिवासी विधायकों का दल घटनास्थल पर जांच के लिए रवाना हो गया है। जांच दल में कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पाचीलाल मेड़ा शामिल हैं। इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। यह दल घटना की सच्चाई पता करेगा और पीड़ित लोगों से बातचीत करेगा। दल अपनी रिपोर्ट कमलनाथ जी को सौंपेगा।
कमलनाथ ने कहा-प्रदेश में जंगलराज
कमलनाथ ने कहा है कि इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फ़ायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है। मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूँ, व्यथित हूँ और दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूँ। आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्यप्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है। अब इस बीजेपी सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है।
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