कारनामा: 31 अगस्त को खोली फायनेंशियल बिड, जबकि 26 अगस्त को ही जारी कर दिया गया लैटर और इंटरेस्ट

कारनामा: 31 अगस्त को खोली फायनेंशियल बिड, जबकि 26 अगस्त को ही जारी कर दिया गया लैटर और इंटरेस्ट
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बिजली सब स्टेशन, गड़बड़ी, मिलीभगत, फायनेंशियल बिड


भोपाल। भोपाल स्मार्ट सिटी लगातार वित्तीय मामलों को लेकर लगातार घिरती नजर आ रही है। टीटी नगर में प्लाट आवंटन के बाद अब बिजली का सब स्टेशन बनाने के लिए निकाले टेंडर में गड़बड़ी आमने आई है। दरअसल टीटी नगर में 33-11 केवी का सब स्टेशन बनना है। इसको लेकर भोपाल स्मार्ट सिटी ने बिजली सब स्टेशन के निर्माण को लेकर एजेंसी को वर्क आॅर्डर जारी करने के बाद फायनेंशियल बिड की कार्रवाई की गई। इसकी शिकायत शासन स्तर पर की गई है। इस गड़बड़ी में स्मार्ट सिटी के इंजीनियर और स्टाफ की मिलीभगत होने की आशंका जताई जा रही है।

26 अगस्त को जारी किया गया था लैटर आॅफ इंटरेस्ट: आपको बता दें कि, टीटी नगर में सब स्टेशन स्थापित कराने और राम मंदिर सब स्टेशन को स्मार्ट सिटी एरिये में शिप्ट करने के लिए एजेंसी तय करने की प्रक्रिया कर दी थी। स्मार्ट सिटी ने 26 अगस्त को लैटर आॅफ इंटरेस्ट जारी किया था। 31 अगस्त को शासन की बेबसाइट पर फायनेंशियल बिड खुलने की प्रक्रिया जारी रहने की स्थिति थी। लेकिन स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने इस काम के लिए 26 अगस्त को ही लैटर आॅफ इंटरेस्ट जारी कर दिया था।

अन्य कंपनियों को बताया अयोग्य: निविदा प्रक्रिया की तकनीकि बिड में अग्रवाल पावर, प्रशांत इंटरप्राइजेज, भाषा एसोसिएट सहिट अन्य आधा दर्जन कंपनियों ने इसमें हिस्सा लिया था। इन सभी कंपनियों को स्मार्ट सिटी ने अयोग्य बताते हुए इसका ठेका र्स्पाक को चयनित किया। ऐसे में फायनेंशियल बिड के लिए यह अकेली कंपनी थी। 11 करोड़ रुपए से अधिक का काम होने पर उच्च अधिकारियों की अनुमति व टेंडर समिति से यह काम कराना था। लेकिन प्रबंधन ने ऐसा कुछ न करते हुए एक ही कंपनी का चयन कर लिया। हांलाकि मामले की शिकायत कर दी गई है। मामले की जांच होने पर और भी कई खुलासे हो सकते है।

मेरे संज्ञान में मामला आया है। इस मामले की जांच कराई जा रही है। भूपेंद्र सिंह, मंत्री, नगरीय प्रशासन

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