एम्स की महिला कर्मी ने नौकरी के नाम पर कर ली इतने लाख की ठगी

भोपाल। बागसेववनिया पुलिस ने एम्स की आउटसोर्स कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज बनाने का मामला दर्ज किया है। महिला पर आरोप है कि अभी तक वह पांच लोगों से रुपए लेकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र थमा चुकी है। जब लोग नियत समय पर नियुक्ति पत्र लेकर एम्स पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है। पुलिस का अनुमान है फर्जीवाड़े में महिला कर्मचारी के अलावा एम्स के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं। फिलहाल पुलिस ने महिला के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। महिला का पांच दिन का बच्चा है। लिहाजा पुलिस गिरफ्तारी के लिए प्रक्रिया कर रही है। एसआई विनय सिंह ने बताया कि गीता चौहान पति विजय चौहान (39) ने पुलिस को शिकायत करते हुए बताया कि उनकी मुलाकात चार महीने पहले विजय लक्ष्मी वंसकार से हुई थी। विजय लक्ष्मी वंसकार ने उन्हें बताया था कि वह एम्स में आउटसोर्स कर्मचारी हैं। इसके बाद उसने गीता चौहान से कहा कि उसकी एम्स में अधिकारियों से पहचान है। वह एम्स में आउटसोर्स पर नौकरी दिलवा सकती है। विजय लक्ष्मी की बातों में आकर गीता चौहान ने उसे 1 लाख 21 हजार रुपए दे दिए। बदले में लक्ष्मी वंसकार ने उसे एक नियुक्ति पत्र थमाया था। इसी प्रकार आरोपी ने गीता चौहान की बहन वर्षा से 1 लाख 15 हजार रुपए ले लिए और उसी भी फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। जालसाज विजय लक्ष्मी ने गीता चौहान और वर्षा के अलावा दुर्गा उईके, रोहित उईके से 1 लाख 15 हजार रुपए लेकर उन्हें भी फर्जी नियुक्ति पत्र थमाएं थे। जालसाज ने बैरागढ़ के विकास पांडे को भी आॅफिस असिस्टैंट के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 1 लाख रुपए ऐंठे हैं। जब यह सभी लोग नियुक्ति पत्र लेकर एम्स पहुंचे तो पता चला कि अभी कोई नियुक्ति नहीं निकली है। इसके अलावा जो नियुक्ति पत्र है वह फर्जी है। पुलिस का कहना है कि विजय लक्ष्मी वंसकार मूलत: टीकमगढ़ की रहने वाली है। उसने भोपाल में एक युवक से प्रेम प्रसंग के बाद शादी की है। पुलिस जांच के बाद अन्य लोगों पर भी मामला दर्ज कर सकती है।
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