शस्त्र लाइसेंस सस्पेंड होते ही विधायक को मिली जान से मारने की धमकी, 2 लाख की रंगदारी मांगी

सतना। फर्जी शस्त्र लाइसेंसों की जांच में जुटी एसटीएफ की अनुशंसा पर कलेक्टर द्वारा 112 लोगों के शस्त्र लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए, जिसमें चित्रकूट के विधायक नीलांशु चतुर्वेदी भी शामिल हैं। विधायक का शस्त्र लाइसेंस सस्पेंड होते ही, उन्हें जान से खत्म कर देने की धमकी मिलने लगी है। जान से मार देने की धमकी शुक्रवार की शाम 7 बजे अनजान व्यक्ति ने उनके ऑपरेटर विजय शुक्ला के मोबाइल फोन पर दी है। चित्रकूट की नयागांव थाना पुलिस ने ऑपरेटर की शिकायत पर मामले की जांच प्रारंभ कर दी है। यह भी बताया जा रहा है कि इसके पहले भी ऑपरेटर के पास इस तरह के फोन आ चुके हैं। इस बार फोन करने वाले ने 2 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की है। विधायक से 2 लाख रुपए क्यों मांगे जा रहे हैं ? इस पर भी तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
लाइसेंस बनवाने में गफलतबाजी
सतना में फर्जी शस्त्र लाइसेंस का मामला विगत कई सालों से जांच में है। मामले की जांच एसटीएफ कर रही है। पिछले दिनों एसटीएफ की टीम 17 पहुंची थी। उसने सर्किट हाउस में कई लोगों के बयान दर्ज किए थे। तमाम शस्त्र लाइसेंसों की बारीकी से जांच की थी। उसके बाद कलेक्टर को एक पत्र लिखा था, जिसमें 112 लोगों के लाइसेंसों को सस्पेंड किए जाने की अनुशंसा करने की बात कही गई थी। कलेक्टर ने एसटीएफ की चिट्ठी को संज्ञान में लेते हुए 112 लोगों के शस्त्र लाइसेंस सस्पेंड कर दिए।सभी से 1 सप्ताह के भीतर अपने-अपने थाना क्षेत्र में शस्त्रों को जमा करने का आदेश भी दिया गया है।
चित्रकूट में साल 2017 में उपचुनाव हुआ था। जिसमें कांग्रेस ने एक बार फिर फिर से कब्जा किया। कांग्रेस उम्मीदवार नीलांशु चतुर्वेदी ने बीजेपी उम्मीदवार शंकर दयाल त्रिपाठी को 14135 वोटों से करारी शिकस्त दी थी ।
क्यों हुआ था उपचुनाव
कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह का निधन होने के चलते चित्रकूट विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था। साल 2013 के चुनाव में उन्होंने बीजेपी के सुरेंद्र सिंह को 10970 वोटों से हराया था। इससे पहले 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को चित्रकूट से हार मिली थी। तब बीजेपी के सुरेंद्र सिंह को प्रेम सिंह के मुकाबले 722 वोटों से जीत मिली थी।
क्या बोले विधायक नीलांशु
इस मामले में विधायक नीलांशु चतुर्वेदी से जब फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह अभी सागर में है। उन्होंने कहा कि ऑपरेटर के पास धमकी भरा फोन आया था। जिसकी शिकायत हमने थाने में कर दी है। अब पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने कहा फोन तो आया था यह सही है और आजकल पुलिस जल्दी जांच भी कर लेती है कि फोन कहां से आया। अभी अपडेट मिला नहीं है। जैसे अपडेट मिलेगा हम आपको बताएंगे।
इस संबंध में सतना एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी का कहना है कि- 'इस मामले में साइबर सेल से मदद ली गई है।कुछ लोग चिन्हित हो रहे हैं जिन्हें पुलिस जल्दी ही हिरासत में लेगी। उसके बाद मामले का खुलासा हो सकेगा।'
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