बांग्लादेशी मुस्लिम महिला ने जताई सनातन धर्म आपने की इच्छा, पंडित शास्त्री के दरबार में पहुंची

बालाघाट: पं. धीरेंद्र शास्त्री के दिव्या शक्तियों की चर्चा भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी होती है। पं. धीरेंद्र शास्त्री अक्सर घूम धूम कर कई राज्यों में कथा करते है। जिसमे शामिल होने के लिए न सिर्फ हिन्दू बल्कि अन्य धर्म के लोग भी पहुंचते है। पंडित जी की शक्तियों पर भक्तों को इतना भरोसा है कि लोग दूर दूर से अपनी समस्या का समाधान पाने के लिए उनके शरण में पहुंचते है।
बांग्लादेश की महिला पहुंची बाबा के शरण में
ऐसे ही एक महिला अपने समस्या का समाधान पाने के लिए बांग्लादेश से बाबा के दरबार में पहुंची थी। जहां पर महिला ने बाबा से सनातन धर्म स्वीकार करने की बात कही। बता दें कि ये महिला बांग्लादेश से खास बाबा के दर्शन के लिए पहुंची थी। जिसके बाद धीरेंद्र शास्त्री ने युवती से पूछा कि किसी के दबाव में आकर तो ये कार्य नहीं कर रही है, इस पर युवती ने कहा कि वह अपनी मर्जी से वीजा के साथ भारत आई है। किसी का दबाव नहीं है।
महिला ने कहा सनातन धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं
इसके साथ ही अपनी भावनाये व्यक्त करते हुए महिला ने बताया कि वह अक्सर यूट्यूब पर उनका कार्यक्रम देख करती है। जिससे उन्हें बहुत अच्छा लगता है, इतना ही नहीं महिला ने कहा की उसे राम नाम का जाप करने से सुकून मिलता है।धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि आप अपने मजहब में रहकर भी सनातन धर्म को स्वीकार कर सकते हैं। तो युवती ने सनातनी बनने की इच्छा जताई। इसके साथ ही महिला ने आगे कहा कि सनातन धर्म स्वीकारने से परिवार को परेशानी उठानी पड़ सकती है, लेकिन मैं आपके भजनों से प्रेरित होकर यह कदम उठा रही हूं। सनातन धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
धीरेंद्र शास्त्री ने महिला को कही ये बात
बांग्लादेश से आई युवती स्वागत करते हुए पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हम पर आरोप लगते हैं कि हम उपद्रव करवाते हैं, लेकिन हम किसी मजहब के खिलाफ नहीं है। ना ही धर्मांतरण पर भरोसा करते हैं, हमारी कोई भूमिका नहीं है, बस हमारी राम नाम की भूमिका है, लेकिन हमें घर वापसी पर भरोसा है। पं. धीरेंद्र शास्त्री ने वनवासी रामकथा के बाद युवती से मिलने का वादा करते हुए आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे को युवती से मिलाने की बात कही। ताकि उन्हें सनातन धर्म में स्वीकार किया जा सके।
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