बजट सत्र से पहले सीएम ने भाजपा विधायक - मंत्रियों की बैठक कर सुझाव लिए, कांग्रेस ने की आपत्ति

बजट सत्र से पहले सीएम ने भाजपा विधायक - मंत्रियों की बैठक कर सुझाव लिए, कांग्रेस ने की आपत्ति
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मप्र विधानसभा का आगामी बजट सत्र इसी महीने के आखिर में शुरू होने जा रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार शाम को बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाकर विधायकों से उनके क्षेत्रों ....

भोपाल। मप्र विधानसभा ( M.P. Legislative assembly) के इसी महीने के आखिर में शुरू होने जा रहे बजट सत्र ( Budget session) के पहले मुख्यमंत्री ( Chief Minister) शिवराजसिंह चौहान ( Shivraj singh chauhan) ने बुधवार शाम 7 बजे मप्र सरकार के मंत्रियों ( Ministers) सहित भाजपा विधायकों ( Bjp Mla's) की बैठक बुलाई। सीएम हाउस ( cm house) पर आयोजित की गई इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा विधायकों से उनके क्षेत्रों के विकास कार्यों के प्रस्तावों को बजट में शामिल किए जाने को लेकर सुझाव प्राप्त किए। उधर, कांग्रेस ने सीएम द्वारा सिर्फ भाजपा विधायकों से सुझाव लेने पर आपत्ति जताई है।

मप्र विधानसभा का आगामी बजट सत्र इसी महीने के आखिर में शुरू होने जा रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार शाम को बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाकर विधायकों से उनके क्षेत्रों से संबंधित विकास कार्याें को लेकर सुझाव प्राप्त किए। इसके साथ ही मप्र सरकार के बजट और विभागीय योजनाओं पर भी विधायकों से सुझाव प्राप्त किए। हालांकि बजट के लिए केवल बीजेपी विधायकों से सुझाव मांगने पर कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस संबंध में एक शिकायती पत्र भी लिखा है।

कांग्रेस विधायकों के सुझाव भी लेने की मांग -

विधायक सिकरवार ने सीएम शिवराज सिंह चौहान काे भेजे पत्र के माध्यम से कांग्रेस विधायकों से भी सुझाव प्राप्त कर विकास कार्यों के लिए प्रस्ताव बुलाये जाने की मांग की है। सिकरवार के अनुसार बजट से पहले सीएम को बिना भेद भाव के कांग्रेस विधायकों से भी सुझाव मांगने चाहिए। विधायक सिकरवार ने सीएम को लिखे पत्र में उल्लेख किया कि - मुख्यमंत्री की शपथ लेते समय आपने बिना राग द्वेष के समान भाव से प्रदेश के विकास की शपथ ली है। इसलिए बिना राग द्वेष के कांग्रेस विधायकों से भी प्रस्ताव बुलाने का अनुरोध सीएम से किया है। बैठक में मप्र सरकार के मंत्रीगण गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, बिसाहूलाल सिंह, जगदीश देवड़ा, कमल पटेल, गोविंद सिंह राजपूत, तुलसीराम सिलावट, अरविंद भदौरिया, विश्वास सारंग, डॉ प्रभुराम चौधरी सहित अन्य मंत्रीगण एवं भाजपा के विधायक मौजूद रहे।

क्षेत्रवार योजनाओं को शामिल किए जाने की मांग -

बैठक के दौरान भाजपा विधायकों ने अपने - अपने क्षेत्र से जुड़े विकास कार्याें खासतौर पर सड़कें, पुल-पुलिया, नहर, विद्यालय सहित अन्य शासकीय एवं सार्वजनिक भवन निर्माण के लिए राशि आवंटित किए जाने, खेल मैदान बनाने, कॉलेज खोले जाने सहित अन्य विकास कार्याें को लेकर प्रस्ताव दिए हैं। हालांकि विधायक गण इन प्रस्तावों को अलग से विधिवत रूप से विधानसभा सचिवालय को भी भेज रहे हैं। साथ ही महिलाओं के विकास को लेकर बजट में प्रावधान करने की मांग भी की।

गायों की मौत पर विश्नोई ने जताई नाराजगी -

बैठक के दौरान भाजपा के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व पशुपालन मंत्री अजय विश्नोई ने हाल ही में बैरसिया सहित पूर्व में सालरिया अभ्यारण्य सहित अन्य स्थानों पर गायों की मौत के मामले को लेकर नाराजगी जताई। विश्नोई ने कहा- यह बेहद दुखद मामला है। जो भी जिम्मेदार हों, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आखिर गाय और मंदिर हमेशा हमारी प्राथमिकता में रहे हैं, ऐसे में यह स्थिति दुखद है।

विकास को लेकर दिए सुझाव : भार्गव -

पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि इस बार राज्य सरकार का बजट बहुत बेहतर और जनहितैषी रहेगा। बजट के लिए सभी विधायकों ने सुझाव दिए। सभी जनप्रतिनिधि अपने - अपने क्षेत्रों के विकास का खाका तैयार कर चुके हैं। सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने कहा कि विकास के कामों की दृष्टि से सीएम से चर्चा की गई। आने वाले बजट को लेकर आम जनता से क्या-क्या सुझाव लेकर क्या-क्या जुड़वा सकते हैं उस संबंध में बातचीत की गई। कई विधायकों से नियम 121 पर चर्चा भी की गई। उन्होंने कहा कि आगामी बजट ग्राम और शहर केंद्रित बजट होगा, सुखद अनुभूति का बजट होगा। इसको लेकर वित्त मंत्री ने भी अपने सुझाव दिए हैं। सत्ता और समाज के बीच के कार्यों को लेकर भी चर्चा हुई है। उद्यानिकी मंत्री भरत सिंह कुशवाहा ने बताया कि विधायक दल की बैठक में मप्र सरकार के बजट को लेकर चर्चा की गई। जनता के सुझावों को प्राथमिकता दी जाएगी।

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