Bhopal News : सवा तोला वजनी चूड़ियाें की मांग, भोपाल में ढाई क्विंटल चांदी की बनी चूड़ियों की बिक्री

भोपाल। स्थानीय सर्राफा चौक बाजार सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में खुली ज्वैलर्स की दुकानें गुलजार है दुकानों पर एक से सवा तोला चांदी की चूड़ियां और 2 से 5 ग्राम के छल्ले खूब बिक रही है। दरअसल यह चूड़ियां और छल्ले संतान सप्तमी के लिए महिलाओं द्वारा खरीदा जा रहा है। मालूम हो कि संतान सप्तमी 22 सितंबर को है और इस दिन माताएं संतान की दीर्घायु की कामना के संतान सप्तमी व्रत रखती हैं। भगवान का पूजन वंदन कर चांदी की चूडिय़ां धारण करती हैं। इसलिए हर साल चांदी की नई चूड़ी खरीदने की परंपरा है। मौजूदा समय में चांदी महंगी है,लेकिन चूडिय़ों की बिक्री में कोई कमी नहीं है।
चांदी की चूड़ियां बिकेगी
स्थानीय सर्राफा चौक बाजार स्थित सर्राफा कारोबारी नवनीत अग्रवाल के अनुसार संतान सप्तमी के पूर्व खूब चांदी फाइन बिकती है। क्योंकि सर्राफा कारोबारी इसकी चूड़ियां तैयार करवाते और ग्राहकों की डिमांड के अनुरूप उन्हें संतान सप्तमी और इसके पूर्व चांदी की चूडि़यां विक्रय करते हैं। नवनीत अग्रवाल के अनुसार चूंकि संतान सप्तमी को दो दिन है अत: स्थानीय सर्राफा चौक बाजार सहित शहर के ज्वैलर्स की दुकानों पर चांदी की चूड़ियों की अच्छी मांग है। एक अनुमान के अनुसार संतान सप्तमी के लिए शहर में करीब ढाई क्विंटल (250किलो ग्राम) चांदी की चूड़ियां बिकेगी।
मंगलवार को चांदी पाट 73800 और चांदी टंच 73300 रु. किलो ग्राम बोली गई
अग्रवाल के अनुसार सबसे ज्यादा मांग सवा तोला यानी साढ़े 12 ग्राम चांदी की चूड़ियां बिक रही है। इसके साथ ही 10 ग्राम वाली फैंसी चांदी की चूड़ियां और 2 से 5 ग्राम चांदी के छल्ले खूब बिक रहे है। सर्राफा व्यापारी नवनीत बताते है कि बीते सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह चांदी के भाव में गिरावट का रूख है। स्थानीय सर्राफा बाजार में मंगलवार को चांदी पाट 73800 रुपए और चांदी टंच 73300 रुपए किलो ग्राम बोली गई। तो प्योरिटी के हिसाब से 70 हजार से 55 हजार रुपए किलो के भाव में चांदी की चूड़ियों के सौदे हुए।
पिछले छह महीने में 10 हजार रुपए से ज्यादा महंगी हुई चांदी
बाजार जानकारों के अनुसार चांदी के दामों में पिछले छह महीने में 10 हजार रुपए से ज्यादा महंगी हुई है। जो चांदी 64 हजार रुपए के आसपास थी वो अब 74 हजार रुपए के समीप है। इसके बावजूद चांदी की खरीदी में कोई कमी नहीं आई है। लोग परंपरा निर्वहन करते हुए चांदी व सोना को इंवेस्टमेंट के तौर पर खरीदते रहे हैं। यह चलन अब भी बरकरार है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अकेले संतान सप्तमी पर शहर में क्विंटलों चांदी की चूडिय़ां व अन्य गहने बिकेंगे। सराफा व्यापारियों के मुताबिक सोना चांदी के दाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार की स्थिति पर निर्भर करते हैं, शेयर मार्केट में उतार चढ़ाव का असर सोना के दाम पर पड़ता है। इनके दाम में रोज उतार चढ़ाव दर्ज होता है। हालांकि चांदी के दाम पहले से कम हुए हैं। संतान सप्तमी तक चांदी के दाम में बढ़ोत्तरी होने की बात सराफा व्यापारियों के द्वारा कही जा रही है। हालांकि संतान सप्तमी के पहले चांदी के दाम कम होने से महिलाओं को कुछ राहत मिली है।
महंगाई के चलते कुछ ने पहले से ही खरीदी
चांदी के दामों में उछाल होने के पूर्वानुमान के चलते कुछ महिलाओं ने दो सप्ताह पहले ही चांदी की चूड़ी बनवा ली थी या बुकिंग करा ली थी। वहीं इस बार दाम बढ़ने के कारण महिलाओं का कहना है कि इतनी महंगाई में इस बार छल्ले से ही काम चलाना पड़ रहा है, जबकि कुछ ने चूड़ी में कुछ चांदी मिलवाकर बनवाई है। ऐसे में वह लोग काफी पछतावा कर रहे हैं, जिन्होंने करीब दो माह पहले तक सोना-चांदी खरीदते-खरीदते रह गए थे।
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