Bhopal News : दिल में था छेद, उस पर एचआईवी पॉजीटिव भी, एएसडी डिवाइस की इंप्लांट

Bhopal News : दिल में था छेद, उस पर एचआईवी पॉजीटिव भी, एएसडी डिवाइस की इंप्लांट
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राजधानी के भोपाल मेमोरियल अस्पताल में मंगलवार को एचआईवी पॉजिटिव मरीज के हार्ट का सफल ऑपरेशन किया गया।

भोपाल। राजधानी के भोपाल मेमोरियल अस्पताल में मंगलवार को एचआईवी पॉजिटिव मरीज के हार्ट का सफल ऑपरेशन किया गया। मरीज को बचपन से दिल में छेद की समस्या थी, संक्रमण के जोखिम के बावजूद मरीज के हार्ट में एएसडी क्लोजर डिवाइस इम्प्लांट की गई। कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. आशीष शंखधर ने बताया कि इस मरीज को जन्म से ही हार्ट में छेद था। इस स्थिति को आट्रियल सेप्टल डेफेक्ट (एएसडी) कहा जाता है। युवावस्था आते-आते यह समस्या बढ़ जाती है। अगर समय रहते इलाज नहीं हुआ तो यह स्थिति मरीज के लिए घातक भी हो सकती है।

एचआईवी के चलते मुश्किल हो रहा था इलाज

जानकारी के मुताबिक यह मरीज बीते कई वर्षों से अपना इलाज कराने की कोशिश कर रहा था। लेकिन संक्रमण के डर से इलाज नहीं हो सका। बीएमएचआरसी आने के बाद मरीज की जांच की गई और सर्जरी करने का फैसला किया। सर्जरी से पहले मरीज की स्थिति स्टाफ को मानसिक रूप से तैयार किया गया। इसके बाद एचआईवी मरीज के इलाज के लिए आवश्यक सभी दिशानिदेर्शों का पालन करते हुए मरीज के हार्ट में एएसडी डिवाइस इम्प्लांट की गई।

सबको रहता है संक्रमण का डर

डॉ. शंखधर के मुताबिक इस प्रक्रिया में एएसडी डिवाइस को पतले कैथेटर के साथ पैर की नस के रास्ते से हार्ट तक पहुंचाया जाता है। इसदौरान कुछ रक्त का रिसाव होता है, जिससे स्टाफ को भी संक्रमण की आशंका बनी रहती है।

ऐसे की ऑपरेशन की तैयारी

स्टाफ ने गाउन के साथ प्लास्टिक डिस्पोजेबल एप्रेन पहनी। आंखों को चश्मों से कवर किया। पूरे पैरों को कवर करने वाले जूते पहने। ऑपरेशन के बाद कम से कम वस्तुओं को विसंक्रमित करना पड़े, इसके लिए अनावश्यक फर्नीचर बाहर किया। हाथ में अच्छी क्वॉलिटी के दो ग्लब्ज पहने।

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