Bhopal News : बाघों ने 10 महीने में भोपाल के जंगलों में किया 33 पशुओं का शिकार

Bhopal News : बाघों ने 10 महीने में भोपाल के जंगलों में किया 33 पशुओं का शिकार
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राजधानी से सटे जंगलों में बाघ गाय, भैंस और सांड का शिकार कर रहे हैं। शहर के कुछ किलोमीटर के अंदर बाघों का मूवमेंट बना हुआ है।

भोपाल। राजधानी से सटे जंगलों में बाघ गाय, भैंस और सांड का शिकार कर रहे हैं। शहर के कुछ किलोमीटर के अंदर बाघों का मूवमेंट बना हुआ है। शिकार की तलाश में भटक रहे बाघों ने 10 महीने के अंदर 33 पशुओं का शिकार किया है। समर्धा और चिचली रेंज में सबसे ज्यादा मूवमेंट पिछले कुछ सालों में हुआ है। इन तमाम खुलासों की वजह है कि पशुओं के मौत के मामले में वन विभाग को लाखों रुपए का मुआवजा भी मालिकों को देना पड़ा है। बाघ या फिर तेंदुएं के शिकार में पशु की मौत के बाद 5 हजार से लेकर 20 हजार रुपए के मुआवजे का भुगतान किया गया है। वहीं दूसरी ओर विभाग के सामने भी चुनौती है कि बाघों को शहर की आबादी से दूर किया जाए। चिंता इस बात है कि आबादी के बीच बाघों ने शिकार करना शुरू कर दिया है। प्रेमपुरा, कांरेड़िया, नया पुरा जैसे इलाकों में बाघों ने शिकार किया है।यह न सिर्फ विभाग के सामने चुनौती है, बल्कि ग्रामीणों की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं। वहीं पिछले साल मैनिट में भी बाघ से दस्तक देते हुए शिकार किया था।

पहले किया इंकार, मुआवजे से खुली बाघ के मूवमेंट की पोल

पिछले साल मैनिट में बाघ का मूवमेंट हुआ था। वन विभाग ने इंकार करते हुए कहा था कि मैनिट के अंदर बाघ ने शिकार नहीं किया। दिसंबर में वन विभाग ने 20 हजार रुपए की मुआवजा राशि जारी करते हुए बताया कि मैनिट में बाघ ने शिकार किया है। जिसके चलते पशु मालिक विजय कुमार को मुआवजा राशि दी गई है।

पशुओं के शिकार की दो वजहजंगल में जानवरों की कमी: भोपाल में घास के मैदान पिछले कई सालों में कम होते जा रहे हैं। बाघों की टेरेगरी में भी कमी आई है। अपना अधिकार बनाने वाले बाघ भी पलायन हुए हैं। जिसकी वजह शाकाहारी जानवरों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। पशुओं को जंगल में चराना: भोपाल के आस-पास के जंगल से सटे कई गांव हैं। इन गांवों के लोग मवेशियों को चराने के लिए जंगलों की ओर जाते हैं। कई जानवर जंगल में ही रह जाते हैं। जिन पर शिकार पर निकले बाघ की नजर होती है। कई दिनों के बाद पशु मालिक या फिर वन विभाग की टीम की निगाह पर आने के बाद शिकार की पुष्टि होती है।

पिछले 5 सालों में इतने पशुओं का किया शिकार

साल पशुओं की सख्या

साल 2023 33

साल 20222 52

साल 2021 33

साल 2020 40

साल 2019 45

कुल 203

नोट - यह आकंड़ा सिर्फ भोपाल रेंज का है।

कोलार रोड कॉसमॉस कॉलोनी क्षेत्र में तेंदुए का मूवमेंट, लोगों में दहशत

भोपाल के बोरदा इलाके में रविवार रात तेंदुए का मूवमेंट देखने को मिला है। कॉसमॉस कॉलोनी की दीवार पर कुछ देर तक तेंदुआ घूमता रहा। इसके बाद जंगल की ओर भाग निकला। कॉलोनी के ही एक युवक ने तेंदुए का वीडियो बना लिया। तेंदुए के मूवमेंट से लोगों में दहशत है। वन विभाग की टीम ने आसपास के क्षेत्र के लोगों को सतर्क रहने को कहा है। हालांकि अभी तक वन विभाग को तेंदुए दिखाई देने की अधिकृत रूप से पृष्टि नहीं की है। लेकिन वीडियो के आधार पर सर्चिंग की जा रही है। वन्यप्राणी विशेषज्ञों का कहना है कि तेंदुआ अपना भ्रमण क्षेत्र बना रहा है। इसी क्षेत्र में 50 से ज्यादा कुत्ते और सुअर घूम रहे हैं। जिनके शिकार के लिए हो सकता हैं तेदुआ आया हो।

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