भोपाल की करोंद अनाज मंडी गोली कांड, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापारियों में आक्रोश, नीलामी बंद

भोपाल की करोंद अनाज मंडी गोली कांड,  सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापारियों में आक्रोश, नीलामी बंद
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अनाज व्यापारियों ने मंडी परिसर की लचर व्यवस्था को खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए मंडी सचिव राजेन्द्र बघेल की कार्यप्रणाली की निंदा की है,क्योंकि बीती रात हुई घटना की सूचना मंडी सचिव को देने के बाद भी न ही सचिव घटना स्थल पर पहुंचे और न ही मंडी समिति का कोई एक भी कर्मचारी। यहां तक की सुरक्षा की दृष्टि से तैनात कोई एक गार्ड भी मौके पर नहीं पहुंचा।

भोपाल। करोंद स्थित पंडित लक्ष्मीनारायण कृषि उपज मंडी के अनाज यार्ड में बीती रात पौने दस बजे हुई लूट और हत्या के इरादे से मोटरसाइकिल सवार नकाबपोश बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग के बाद मंडी व्यापारी दहशत में आ गए हैं। मंडी के अनाज व्यापारियों ने मंडी परिसर की लचर व्यवस्था को खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए मंडी सचिव राजेन्द्र बघेल की कार्यप्रणाली की निंदा की है,क्योंकि बीती रात हुई घटना की सूचना मंडी सचिव को देने के बाद भी न ही सचिव घटना स्थल पर पहुंचे और न ही मंडी समिति का कोई एक भी कर्मचारी। यहां तक की सुरक्षा की दृष्टि से तैनात कोई एक गार्ड भी मौके पर नहीं पहुंचा। मंडी सचिव की इस कार्यप्रणाली की भोपाल ग्रेन मर्चेन्ट एंड सीड्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश ज्ञानचंदानी, प्रवक्ता संजीव जैन, गोली कांड से बाल-बाल बचे अनिल कुमार सहित मंडी के समस्त अनाज व्यापारियों ने निंदा की। आज सभी व्यापारी विरोध स्वरूप अनाज मंडी में नीलामी बंद करने की घोषणा की है। लूट के उद्देश्य से अनिल कुमार नामक जिस व्यापारी पर फायरिंग हुई वह व्यापारी मंडी के बड़े व्यापारियों में शुमार हैं। अनिल कुमार वर्तमान में सोयाबीन और मक्का की खरीद कर रहा है और रोजाना डेढ़ से दो करोड़ रुपए का नकद भुगतान किसानों को करता है।

व्यापारियों की प्रतिनिधिमंडल मिलेगा गृहमंत्री व एमडी से

एसोसिएशन अध्यक्ष हरीश ज्ञानचंदानी ने घटना और मंडी सचिव,मंडी के कर्मचारियों की घोर भर्त्सना करते हुए कहा कि मंडी समिति के आला-कर्मचारी सिर्फ टैक्स वसूली करने और अपना स्वार्थ सिद्ध में व्यस्त हैं। इनका मंडी परिसर की लचर व्यवस्था और सुरक्षा से कोई वास्ता नहीं है, जिसकी पुष्टि बीती रात घटित हुई घटना से स्पष्ट है। ज्ञानचंदानी ने कहा कि मंडी परिसर में गोलीकांड की घटना के बाद यहां के व्यापारी दहशत में आ गए है। पहले तो आए दिन चोरियां होती थी, लेकिन अब मंडी में गोलियां चलने लग गई। ज्ञानचंदानी ने कहा कि व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल आज मंडी की लचर व्यवस्था को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक विकास नरवाल से मिलेगा और जब तक मंडी परिसर में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था नहीं होती तब तक नीलामी कार्य बंद रखेंगे।

88 लाख के सीसीटीवी कैमरे बंद, गार्ड नदारद

कृषि उपज मंडी में 88 लाख रुपए के कैमरे भी लगे हैं, लेकिन यह कैमरे अब मंडी प्रसाशन की लचर व्यवस्था की अनदेखी की भेंट चढ़ गए है। मंडी में व्यापारी अनिल के ऊपर की गई फायरिंग मंडी की लचर व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करते हैं जहां एक ओर मंडी प्रांगण में मौजूदा समय में सोयाबीन, मक्के की अत्याधिक आवक हो रही है तो व्यापारी नगद भुगतान कर रहे हैं। मंडी प्रांगण में देर रात तक भुगतान की कार्यवाही चलती है परंतु मंडी की तरफ से सुरक्षा का कोई भी प्रबंध नहीं किया गया है। सीसीटीवी कैमरे बंद हैं मंडी में गार्ड नदारद हैं।

सचिव की सेवा में दो गार्ड , मंडी में भी 2 गार्ड

एसोसिएशन के प्रवक्ता संजीव जैन ने कहा कि इस तरह की घटना घोर निंदनीय है। हम लोगों की आदत है आग लगने के बाद कुआं खोदने की। यहां आए दिन चोरिया होती हैं लेकिन मंडी प्रशासन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। 18 गार्ड सब्जी मंडी में तीन शिप्टों में टैक्स की वसूली करते हैं। दो गार्ड अनाज मंडी गेट पर टैक्स की वसूली करते हैं। दो गार्ड सचिव के साथ हैं एक गाड़ी चलाता है एक सुरक्षा करता है। कुछ गार्ड अनाज मंडी में नीलाम में पर्ची बनाते हैं, क्योंकि कर्मचारी सब्जी मंडी की सेवा करना चाहते हैं। कुछ कर्मचारियों ने तो वर्षों से अनाज मंडी देखी तक नहीं है। कुछ लोगों का स्थानांतरण होने के बाद भी केंसिल कराकर वापस सब्जी मंडी की सेवा करने के लिए आए।

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